श्रीमद भागवत कथा जीवन का सार मुख्य आधार:दीनबन्धु दास महाराज
-संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा का 5 वां दिवस
-श्रीराम अयोध्या मैरिज गार्डन में आयोजित कथा पंडाल में कथा सुनने के लिए उमड़े श्रद्धालु
वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने श्रीराम अयोध्या मैरिज गार्डन में आयोजित संगीतमयी
श्रीमद्भागवत कथा में वृंदावन श्रीधाम से कथा वाचक आचार्य दीनबन्धु दास महाराज ने शनिवार को श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस की कथा में भगवान के बाल लीलाओं का वर्णन उन्होंने गोवर्धन लीला का वर्णन करते हुए बताया की 7 कोस लंबे चौड़े कालिकाल के देवता गोवर्धननाथ को 7 वर्ष के कन्हैया ने अपने सबसे छोटी उगली में 7 दिनरात अपनी अंगुली पर रखा। भगवान धारण किए रहे इंद्र देव श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन की कथा में भगवान श्रीकृष्ण का मनाया जन्मोत्सव ।जैसे ही कंस के कारागार में भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया।इसके बाद बाबा वासुदेव उन्हें टोकनी में रखकर गोकुल यशोदा नन्द बाबा के घर लालन पालन के लिए छोड़ आते हैं।नन्द घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की उल्लास में खुशियां मनाते हैं।चावला परिवार एवं योग सेवा संस्थान रायसेन के संयुक्त बैनर तले कराई जा रही है।रविवार को भागवत ज्ञान गंगा कथा का विराम दिवस हवन पूजन भंडारा आयोजित किया जाएगा।श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन की कथा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया।श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कृष्ण लीला का हुआ वर्णनश्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचक आचार्य दीनबन्धु दास ने भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया।महाराज श्री ने पूतना उद्धार एवं श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।इस अवसर डॉ एसी अग्रवाल, रिटायर्ड डूडा अधिकारी प्रहलाद चावला, पंडित कपिल तिवारी,दातार सिंह चावला, आदित्य नेहा चावला एडवोकेट, संजय चावला तरुण चावला, सुधीर चावला आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।कथा के अंत में महाप्रसादी वितरित की गई।