स्त्री को पति की आज्ञा मानकर जीवन जीना चाहिए- पं. हैमंत भार्गव
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
जो स्त्री अपने पति की आज्ञा मानकर जीवन निर्माह करती है उसके जीवन में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं आता है और जीवन खुशहाल रहता है और अपमान का सामना नहीं करना पड़ता है। यह बात त्रिमूर्ति चौराहा पर चल रही श्री मदभागवत कथा के दौरान कथा व्यास पं हैमंत भार्गव ने कही। उन्होंने शनिवार को सती चरित्र की कथा सुनाते हुए कि सती चरित्र हमें संदेश देता है कि पति की बिना आज्ञा के बिना हमें कहीं नहीं जाना चाहिए। माता सती ने अपने पति यानि भगवान शिव की आज्ञा नहीं मानी तो पिता के यहा यज्ञ में गई तो उन्हें स्वयं और पति भगवान शिव के अपमान का सामना करना पड़ा, जिससे उन्हें शरीर के साथ अग्नि में नस्ट होना पड़ा। इसलिए स्त्री को पति की आज्ञा को सदैव मानना चाहिए। इस दौरान शाम के समय मंदिर में भव्य महाआरती हर शनिवार की तरह इस बार भी की गई, जिसमें बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण मौजूद रहे।