-250 किसानों को बांटे गए टोकन, अभी 700 टन यूरिया की और है आवश्यकता

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

इन दिनों क्षेत्र के किसान रवि फसल के लिए यूरिया खाद को लेकर परेशान चल रहे हैं। मगर खाद समय पर नहीं मिलने से किसान काफी मायूस हो रहे हैं। यूं तो जिले भर में खाद की किल्लत है, वहीं सलामतपुर के विपणन संघ के खाद्य गोदाम पर पिछले 6 दिन से खाद के लिए किसान रोज चक्कर लगा रहे थे। जैसे ही सोमवार को खाद पहुंचा, तो किसानों को भनक लगते ही बड़ी संख्या में किसान मंगलवार सुबह 5 बजे से खाद गोदाम पर पहुंच गए। गोदाम प्रभारी द्वारा लगभग 250 किसानों को टोकन बांटे गए हैं। किसानों को एक एकड़ भूमि पर दो यूरिया खाद की बोरी दी जा रही है। सुबह 11 बजे तक किसानों की काफी लंबी लाइनें खाद लेने के लिए लग गईं। इस दौरान स्थिति संभालने के लिए सलामतपुर थाना पुलिस के जवान भी तैनात रहे। वहीं किसानों का कहना है कि समय पर खाद नहीं मिलने से उनकी रबी फसल तैयार करने में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई दिनों से चक्कर लगा रहे थे।जानकारी मिली थी कि यूरिया खाद गोदाम पर आ गई है तो किसान खाद लेने गोदाम पर बड़ी संख्या में पहुंचे। शाम तक किसानों की भारी भीड़ खाद गोदाम पर मशक्कत करती हुई नजर आई।

स्थानीय सहकारी समिति में भी 10 दिन से नही पहुंचा यूरिया---जिले में यूरिया खाद की किल्लत से किसानों को जूझना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण इस बार प्रदेश में डिमांड की तुलना में डीएपी और यूरिया की कम आपूर्ति होना है। ऐसे में जिले में भी डिमांड की तुलना में डीएपी यूरिया की कम आपूर्ति हो रही है। इसके चलते सलामतपुर में पिछले कई दिनों से यूरिया की भारी किल्लत बनी हुई है। ऐसा ही मामला सलामतपुर क्षेत्र में देखने को मिला है। जहां किसान यूरिया के लिए पिछले पांच छह दिनों से सोसाइटी और खाद गोदाम के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन खाद ना मिलने के कारण किसानों को अपनी जेब से किराया-भाड़ा लगाने के बावजूद खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है।वहीं किसानों को डीएपी यूरिया समय पर नहीं मिलने का एक कारण यह भी है कि खाद गोदाम और सलामतपुर कृषक सेवा सहकारी सोसाइटी में सोसायटी प्रबंधक कुंवर सिंह दांगी ने बताया कि यूरिया खाद की उपलब्धता कम है। हमारी सोसायटी में पिछले दस दिन से एक भी ट्रक यूरिया की खेप नही आई है। जबकि सोसाइटी अंतर्गत 28 गांवों के किसानों की संख्या ज्यादा है। संस्था क्षेत्र के लगभग सभी किसानों को खाद मिल चुका है। जिन किसानों ने पहले से ही पंजीयन करा रखे हैं उन लोगों को पहले खाद दी जाती है। सोसाइटी से किसानों को 1 एकड़ पर 1 डीएपी, 2 सुपर और 2 युरिया की बोरी दी जा रही हैं। इसलिए किसानों को 5 से 6 दिन तक यूरिया के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।दरअसल, वितरण सेंटरों पर किसान पहुंच रहे हैं लेकिन यहां से खाद नहीं मिलने से किसान मायूस होकर लौट रहे हैं। जबकि अधिकांश किसानों की गेहूं फसल तैयार हैं। ऐसे में किसानों को यूरिया की आवश्यकता है।

इनका कहना है।

गोदाम पर 250 टन यूरिया खाद आया है। लगभग 250 किसानों को खाद देने के लिए टोकन बाटें गए हैं। मंगलवार को काफी संख्या में क्षेत्र के किसान यूरिया लेने पहुंचे थे।

सुंदर जादौन, गोदाम प्रभारी सलामतपुर।

में पिछले एक सप्ताह से खाद के लिए सलामतपुर खाद गोदाम पर चक्कर काट रहा था। जैसे ही खाद आने की जानकारी मिली तो सुबह 5 बजे ही गोदाम पहुंच गया। यहां पर आसपास क्षेत्र के सैंकड़ों किसान खाद लेने पहुंच गए थे। काफी कठिनाई के बाद खाद मिल पाई है।

रघुवीर सिंह, किसान।

में पिछले 6 दिन से खाद लेने के लिए चक्कर लगा रहा हूँ। लेकिन मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। सोसायटी में भी खाद ही नही है। रबी फसल को अब बिना खाद के तैयार करना संभव नही हो पा रहा है।

संतोष ठाकुर, स्थानीय किसान।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28