अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

इन दिनों रवि की फसल की बुवाई की तैयारी किसान कर रहे हैं। मगर खाद समय पर नहीं मिलने से किसान काफी परेशान हो रहे हैं। यूं तो जिले भर में खाद की किल्लत है, वहीं सलामतपुर के विपणन संघ के खाद्य गोदाम पर पिछले 6 दिन से खाद के लिए किसान रोज चक्कर लगा रहे थे। जैसे ही शुक्रवार रात्रि में खाद पहुंचा, किसानों को भनक लगते ही बड़ी संख्या में किसान सुबह 5 बजे से खाद गोदाम पर पहुंच गए। दोपहर 12 बजे तक किसानों की खाद लेने के लिए लंबी लाइन लग गई। इस दौरान स्थिति संभालने के लिए सलामतपुर पुलिस के जवान भी तैनात रहे।वहीं, किसानों का कहना है कि समय पर खाद नहीं मिलने से उनकी फसल की बुवाई में देरी हो रही है, जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई दिनों से चक्कर लगा रहे थे। आज जानकारी मिली थी कि खाद गोदाम पर खाद आ गई है, तो आज खाद लेने गोदाम पर पहुंचे, मगर बड़ी संख्या में किसान पहुंचे हैं, जिससे सभी किसानों को आज मिलना मुश्किल दिख रहा है।

28 गांवों के लगभग 1200 किसान खाद के लिए परेशान---जिले में डीएपी और यूरिया खाद की किल्लत से किसानों को जूझना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण इस बार प्रदेश में डिमांड की तुलना में डीएपी और यूरिया की कम आपूर्ति होना है। ऐसे में जिले में भी डिमांड की तुलना में डीएपी यूरिया की कम आपूर्ति हो रही है। इसके चलते सलामतपुर में पिछले कई दिनों से डीएपी यूरिया की भारी किल्लत बनी हुई है। ऐसा ही मामला सलामतपुर क्षेत्र में देखने को मिला है। जहां किसान यूरिया के लिए पिछले पांच छह दिनों से सोसाइटी और खाद गोदाम के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन खाद ना मिलने के कारण किसानों को अपनी जेब से किराया-भाड़ा लगाने के बावजूद खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है।वहीं किसानों को डीएपी यूरिया समय पर नहीं मिलने का एक कारण यह भी है कि खाद गोदाम और सलामतपुर कृषक सेवा सहकारी सोसाइटी में खाद की उपलब्धता कम है। छह दिन से एक भी ट्रक यूरिया की खेप नही आई थी। जबकि सोसाइटी अंतर्गत 28 गांवों के किसानों की संख्या ज्यादा है। जिन किसानों ने पहले से ही पंजीयन करा रखे हैं उन लोगों को पहले खाद दी जाती है। सोसाइटी से 1 एकड़ पर 1 डीएपी, 2 सुपर और 2 युरिया की बोरी दी जा रही हैं किसानों को। इसलिए किसानों को 5 से 6 दिन तक डीएपी और यूरिया के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।दरअसल, वितरण सेंटरों पर किसान पहुंच रहे हैं लेकिन यहां से खाद नहीं मिलने से किसान मायूस होकर लौट रहे हैं। जबकि अधिकांश किसानों ने गेहूं फसल की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में किसानों को डीएपी और यूरिया की आवश्यकता है।

इनका कहना है।

खाद गोदाम पर 150 टन डीएपी, 150 टन 123216 खाद सहित अन्य खाद आया था। लगभग 250 किसानों को देने के साथ ही समितियों को भी खाद वितरण किया गया है।

सुंदर जादौन, गोदाम प्रभारी सलामतपुर।

में पिछले एक सप्ताह से खाद के लिए सलामतपुर खाद गोदाम पर चक्कर काट रहा था। जैसे ही खाद आने की जानकारी मिली तो सुबह 5 बजे ही गोदाम पहुंच गया। यहां पर आसपास क्षेत्र के सैंकड़ों किसान खाद लेने पहुंच गए थे। काफी कठिनाई के बाद खाद मिल पाई है।

सौरभ यादव, किसान।

में पिछले 6 दिन से खाद लेने के लिए सोसायटी के चक्कर लगा रहा हूँ। लेकिन मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। सोसायटी में खाद ही नही है। रबी फसल की तैयारी  बिना खाद के संभव नही हो पा रही है।

लखपत सिंह, स्थानीय किसान।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28