-फसल नुकसान मुआवजा दिलवाने रातातलाई के किसानों से की थी रुपयों की मांग

-सलामतपुर रातातलाई के किसानों ने IND28.COM वेबसाइट व प्रशासन का किया आभार व्यक्त

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। प्रधान संपादक IND28.COM

एक बार फिर IND28.COM वेबसाइट की खबर पर प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए सुनारी सलामतपुर व रातातलाई हल्के के रिश्वतखोर पटवारी नंदलाल पावर पर कार्रवाई करते हुए उसका तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया है। गौरतलब है कि सांची जनपद क्षेत्र के रातातलाई गांव में प्राकतिक आपदा ओले बारिश के चलते गेंहूं फसल को लगभग साठ परसेंट नुकसान हो गया था। जिसका पंचनामा 21 मार्च को हल्का पटवारी नंदलाल पवार ने ही बनाया था। उसमें भी साठ परसेंट फसल खराब होने का ज़िक्र है। लेकिन क्षेत्र के सरपंच व किसान रघुवीर सिंह मीणा ने बताया कि हमें कोई भी राहत राशि नही मिली। क्योंकि पटवारी रिश्वत की मांग कर रहा था। हमने रिश्वत नही दी तो मुआवजा भी नही मिला। इसी मामले को लेकर IND28.COM ने अपनी वेबसाइट में  24 मई को रातातलाई के किसानों का आरोप पटवारी को रुपए नही दिए तो फसल नुकसान के बाद भी नही मिला मुआवजा, कार्रवाई की मांग शीर्षक के साथ प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर लगते ही सांची नायब तहसीलदार नियति साहू ने सभी किसानों को सांची तहसील कार्यालय बुलाकर उनके बयान लिए और जांच प्रतिवेदन रायसेन अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय को भेजा। मामले की गंभीरता को देखते हुए रायसेन एसडीएम ने 26 मई को आदेश क्रमांक 309/पट.स्था./2023 निकालते हुए तत्काल प्रभाव से हल्का नम्बर 16,18 के पटवारी नंदलाल पवार का ट्रांसफर हल्का नम्बर 26 ढकना चपना, पिपलियाखुर्द, आमखेड़ा, बिलोरी में कर दिया। वहीं रातातलाई व सुनारी सलामतपुर हल्के में नीलू श्रीवास्तव को पदस्थ किया है। रिश्वतखोर पटवारी को हल्के से हटाने पर स्थानीय किसानों व रातातलाई सरपंच रघुवीर सिंह मीणा ने IND28.COM वेबसाइट व शासन प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।

पटवारी पर पहले भी लग चुके हैं रिश्वत लेने के आरोप----- सांची तहसील के हल्का नम्बर 16 व 18 के पटवारी नंदलाल पवार और आरआई कौसर अली पर 24 नवम्बर 2022 को सलामतपुर क्षेत्र के सुआखेड़ी गांव में लोकायुक्त पुलिस ने सीमांकन कराने के नाम पर बीस हज़ार रुपए रिश्वत ले रहे आरआई को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। जबकि इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड सलामतपुर हल्का नम्बर 16 व 18 का पटवारी नंदलाल पंवार अपनी राजनीतिक ऊंची पहुंच के चलते उस समय कार्रवाई से बच गया था। जबकि पटवारी ने कार्रवाई से 1 दिन पहले ही तीन किसानों से सीमांकन के नाम पर घर जाकर व फोन पे के माध्यम से पैसों की वसूली की। एक सुआखेड़ी गांव की किसान गुड्डी बाई से 8000 रुपये उनके घर जाकर लिए। वहीं किसान कल्याण पाल व अरुण से भी दस हज़ार रुपए की वसूली फ़ोन पे के माध्यम से अन्य नम्बर पर लिए थे। इन लोगों ने लोकायुक्त पुलिस को दिए अपने बयान में भी पटवारी नंदलाल पवार को रिश्वत देने के आरोप लगाए थे।और किसानों द्वारा रिश्वत के आरोपों के चलते पटवारी नंदलाल पवार को भी सलामतपुर थाने लाया गया था।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान प्रधान संपादक IND28.COM