DAP यूरिया के लिए भटक रहे किसान, लग रही कतारें
-खाद के लिए सोसायटी के 6 दिन से चक्कर लगा रहे हैं किसान
-28 गांवों के लगभग 1200 किसान खाद के लिए परेशान
-400 टन खाद की है आवश्यकता, अभी तक मिला है 140 टन खाद
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
जिले में डीएपी और यूरिया खाद की किल्लत से किसानों को जूझना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण इस बार प्रदेश में डिमांड की तुलना में डीएपी और यूरिया की कम आपूर्ति होना है। ऐसे में जिले में भी डिमांड की तुलना में डीएपी यूरिया की कम आपूर्ति हो रही है। इसके चलते सलामतपुर में पिछले छह दिनों से डीएपी यूरिया की भारी किल्लत बनी हुई है। ऐसा ही मामला सलामतपुर क्षेत्र में देखने को मिला है। जहां किसान यूरिया के लिए पिछले पांच छह दिनों से सोसाइटी के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन खाद ना मिलने के कारण किसानों को अपनी जेब से किराया-भाड़ा लगाने के बावजूद खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है।वहीं किसानों को डीएपी यूरिया समय पर नहीं मिलने का एक कारण यह भी है सलामतपुर कृषक सेवा सहकारी सोसाइटी में खाद की उपलब्धता कम है। छह दिन से एक भी ट्रक यूरिया की खेप नही आई है। जबकि सोसाइटी अंतर्गत 28 गांवों के किसानों की संख्या ज्यादा है। जिन किसानों ने पहले से ही पंजीयन करा रखे हैं उन लोगों को पहले खाद दी जाती है। जिसमें 1 एकड़ पर 1 डीएपी, 2 सुपर और 2 युरिया की बोरी दी जा रही हैं किसानों को। इसलिए किसानों को 5 से 6 दिन तक डीएपी और यूरिया के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।दरअसल, वितरण सेंटरों पर किसान पहुंच रहे हैं लेकिन यहां से खाद नहीं मिलने से किसान मायूस होकर लौट रहे हैं। जबकि अधिकांश किसानों ने गेहूं फसल की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में किसानों को डीएपी और यूरिया की आवश्यकता है।
28 गांवों के 1200 किसान आते हैं संस्था अंतर्गत--सहकारी समिति सलामतपुर में संस्था अंतर्गत आने वाले 8 पंचायतों के 28 गांवों के लगभग 1200 किसान आते हैं। सोमवार को संस्था कार्यालय में बड़ी संख्या में आसपास क्षेत्रों तिजालपुर, कटसारी, बागोद, मेढ़की, कचनारिया, शाहपुर, मुड़ियाखेड़ा, गाडरखेड़ी, बेरखेड़ी चौराहा, सुनारी, रातातलाई, ढकना सहित कई गांवों के किसान खाद लेने पहुंचे। खाद लेने आए भगवान सिंह तिजालपुर, रघुवीर मीणा शाहपुर, हरि सिंह कचनारिया व चेन सिंह मीणा सोजना ने बताया कि हमें सहकारी संस्था सलामतपुर में 6 दिन से डीएपी यूरिया खाद नही मिल रहा है।
अभी तक 300 किसानों को ही मिला है खाद--सलामतपुर सहकारी संस्था में अभी तक 140 टन खाद आया है। और लगभग 300 किसानों को खाद मिल चुका है। लेकिन संस्था में तकरीबन 400 टन खाद की आवश्यकता रहती है। संस्था में किसानों को क्रेडिट पर खाद दिया जाता है। पिछले एक सप्ताह से आसपास क्षेत्र के किसान खाद के लिए परेशान हैं। सोमवार को कई गांवों के किसान खाद लेने संस्था आए थे। लेकिन खाद नही मिलने के कारण मायूस होकर वापस लौट गए।
इनका कहना है।
संस्था अंतर्गत 28 गांवों के लगभग 1300 किसानों को उनकी लिमिट पर 1 एकड़ भूमि पर 1 बोरी डीएपी, 2 बोरी यूरिया और 2 बोरी सुपर खाद दिया जा रहा है। अभी तक 300 किसानों को खाद दिया जा चुका है। लेकिन पिछले 6 दिनों से संस्था में खाद नही आया है। जबकि अभी 900 किसानों को और खाद वितरण किया जाना है
कुंवर सिंह दांगी, संस्था प्रबंधक सहकारी. स. सलामतपुर।
में पिछले 6 दिन से खाद लेने के लिए सोसायटी के चक्कर लगा रहा हूँ। लेकिन मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। सोसायटी में खाद ही नही है। रबी फसल की तैयारी बिना खाद के संभव नही हो पा रही है।
लखपत सिंह, स्थानीय किसान।