-पिता का आरोप कोई कर रहा था बेटे को ब्लैकमेल

-सलामतपुर रेलवे ओवरब्रिज के नीचे रेलवे लाइनों पर मिला शव

-सांची सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद हुआ अंतिम संस्कार

-सलामतपुर पुलिस ने मर्ग का मामला कायम कर लिया जांच में

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

17 दिन पहले ही जिस युवक की भीषण कार एक्सीडेंट में जान बच गई थी अब उसी युवक ने अस्पताल से छुट्टी होने के बाद ट्रैन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। मामला सलामतपुर रेलवे ओवरब्रिज के नीचे देर रात का बताया जा रहा है। मौके पर युवक की हौंडा शाइन मोटरसाइकिल भी खड़ी हुई मिली है। जानकारी अनुसार सलामतपुर थाने के सामने भारतीय स्टेट बैंक क्योस्क सेंटर संचालक ऋतिक रैकवार पिता रामबाबू रैकवार उम्र 26 वर्ष निवासी रातातलाई ने सोमवार देर रात रेलवे ओवरब्रिज के नीचे ट्रैन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। ऋतिक ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया इसका अभी पता नही चल सका है। वहीं पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार रात में स्टेशन से मेमो आया था कि रेलवे ओवरब्रिज के नीचे खंभा नम्बर 871/29 से 31 के बीच किसी का ट्रेन से कटा हुआ शव पड़ा है। पुलिस घटनास्थल पर जाने ही वाली थी तभी थाने में रामबाबू रैकवार पहुंचे और बताया कि उनका लड़का ऋतिक शाम को 7 बजे का घर से निकला है। जब रात 9 बजे तक घर वापस नहीं आया तो हमने उसे काफी जगह ढूंढा पर पता नही चल सका। पुलिस ने कहा कि किसी युवक का ट्रैन से कटा हुआ शव रेलवे ओवरब्रिज के नीचे रेलवे लाइनों पर पड़ा हुआ है। रामबाबू भी घटनास्थल पर पहुंचे तो शव की शिनाख्त उनके लड़के ऋतिक के रूप में हुई। पुलिस ने मर्ग का मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम सांची सिविल अस्पताल में कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। और मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है।

पिता बोले एक फोन कॉल आया और ऋतिक निकल गया घर से--मृतक ऋतिक के पिता रामबाबू रैकवार जो भारतीय स्टेट बैंक सलामतपुर में कार्यरत हैं ने बताया कि सोमवार को दिन मेरे बेटे ऋतिक के पास 4 या 5 बार किसी का फ़ोन आया था। उसने छत पर जाकर बात की और घर से यह बोलकर निकल गया कि अभी आ रहा हू। रात 8:11 बजे उसने मेरे दामाद जो विदिशा में रहते हैं को मोबाइल से लोकेशन भेजी जो भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे कर्क रेखा के पास किसी ढाबे की थी। लेकिन ऋतिक का शव सलामतपुर रेलवे ओवरब्रिज के नीचे ट्रेन से कटा हुआ मिला है। मुझे तो ऐसा लग रहा है कि कोई मेरे बेटे को ब्लैकमेल कर रहा था। इसी बात के चलते उसने इतना बड़ा कदम उठाया है।

17 दिन पहले ही कार एक्सीडेंट में बची थी ऋतिक की जान--1 मार्च को ऋतिक का भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 के काछीकानाखेड़ा के पास आई20 कार से हुआ था जो आगे चल रहे ट्रक में पीछे से जा घुसी थी। जिसमें ऋतिक के साथ ही एक अन्य युवक निखिल (30) पुत्र रतार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हादसा देर रात करीब 12 बजे हुआ था। ऋतिक की 3 या 4 दिन पहले ही विदिशा के एक अस्पताल से छुट्टी हुई थी। और वह घर वापस आया था। अब वापस आने के बाद उसने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया यह जांच का विषय है।

कुछ दिन पहले ही ऋतिक के लड़के का हुआ है जन्म--ऋतिक रैकवार की शादी को अभी 1 वर्ष ही हुआ है। और उसके घर कुछ दिन पहले ही पुत्र का जन्म हुआ है। ऋतिक 2 भाइयों में बड़ा भाई था। और वह काफी समय से सलामतपुर थाने के सामने भारतीय स्टेट बैंक का क्योस्क सेंटर संचालित करता था।

इनका कहना है।

स्टेशन से मेमो मिला था कि किसी का ट्रेन से कटा हुआ शव रेलवे ओवरब्रिज के नीचे पड़ा हुआ है। मृतक की शिनाख्त ऋतिक रैकवार के रूप में हुई है।प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। मर्ग कायम कर मामले में आगे की जांच की जा रही है।

दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।

"कोई कर रहा था बेटे को ब्लैकमेल"

सोमवार के दिन मेरे बेटे ऋतिक के पास 4 या 5 बार किसी का फ़ोन आया था। उसने छत पर जाकर बात की और घर से यह बोलकर निकल गया कि अभी आ रहा हू। रात 8:11 बजे उसने मेरे दामाद जो विदिशा में रहते हैं को मोबाइल से लोकेशन भेजी जो कर्क रेखा के पास किसी ढाबे की थी। लेकिन ऋतिक का शव सलामतपुर रेलवे ओवरब्रिज के नीचे ट्रेन से कटा हुआ मिला है। मुझे तो ऐसा लग रहा है कि कोई मेरे बेटे को ब्लैकमेल कर रहा था।

रामबाबू रैकवार, मृतक का पिता।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28