-24 घंटे में से सिर्फ 40 मिनिट ही मिल रही है बिजली

-किसान बोले जब बिजली ही नही मिल रही तो कैसे बनेगी खेती लाभ का धंधा

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाना चाहती है लेकिन कभी प्रकृति की मार तो कभी बिजली संकट फसल की अच्छी पैदावार में अड़चन पैदा कर रहा है। ऐसे ही हालात वर्तमान में रायसेन जिले के सांची विकासखंड के दीवानगंज क्षेत्र में बने हुए हैं। यहां पर किसानों को 24 घंटे में से मात्र 40 मिनट बिजली मिल रही है  जिससे किसान मूंग की फसल में सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। जिले में इन दिनों गेहूं की कटाई-बिक्री के बाद गर्मी की मूंग तीसरी फसल के लिए किसानों को बोवनी जारी है। लेकिन उन्हें पलेवा और सिंचाई के लिए समय पर पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। किसानों का कहना है कि 24 घंटे में लगभग चालीस मिनट बिजली दी जा रही है। किसानों ने मूंग की फसल की बोवनी कर दी है। सिंचाई करना है मगर बिजली नहीं मिलने के कारण मूंग की फसल में सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। जिससे मूंग की बोवनी बिगड़ रही है। वहीं घरेलू उपभोक्ताओं को भी ऐसी गर्मी में बिजली विभाग द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर दोपहर बारह से शाम पांच बजे तक बिजली की कटौती करने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी बिजली कई बार आती-जाती रहती है। इस संबंध जानकारी लेने के लिए जब सांची सलामतपुर बिजली वितरण कंपनी के जूनियर इंजीनियर मनीष श्रीवास्तव को कॉल किया तो उन्होंने उठाया नही। फिर उनको मैसेज किया तो उन्होंने मीटिंग में होने का बोलकर बाद में बात करने को कहा।

इनका कहना है।

मेने 5 एकड़ भूमि में मूंग की फसल बोई है। लेकिन बिजली नही मिल रही है। 24 घंटे में से मुश्किल से बिजली कभी आधा घंटे, कभी 40 मिनिट से ज़्यादा नही मिल रही है। 2 मोटर लगाने के बाद भी पानी की पूर्ति नही हो पा रही है। ज़मीन नीचे से सूखी ही रखी है। अगर ज़मीन में नमी नही होगी तो हमारी फसल तैयार कैसे होगी।

गजेंद्र सिंह राजपूत, स्थानीय किसान।

सरकार कहती है कि खेती को लाभ का धंधा बनाएंगे। अगर किसान को बिजली ही उपलब्ध नही होगी तो खेती कैसे करेंगे। अभी हालात यह हैं कि बिजली सुबह 6 बजे से सिर्फ 6:40 तक 40 मिनिट के लिए मिल रही है। ऐसे में ना तो पानी भर पाते हैं और ना ही मूंग की फसल में पानी दे पा रहे हैं। हम किसानों की मांग है कि बिजली रात भर दी जाए। जिससे कि हमारी मेहनत पर पानी ना फिर पाए।

नेहाल सिंह ठाकुर, स्थानीय किसान।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM