रोड़ पर फैली हुई चिकनी मिट्टी से 12 गांवों के ग्रामीणों सहित बाईक चालक परेशान
-हाइवे सड़क पर पहुंच रही है खेत की मिट्टी
-चिकनी मिट्टी के कारण हो चुके हैं कई हादसे, ज़िम्मेदार बेखबर
सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28 NEWS हर खबर पर पैनी नज़र)
कस्बा सांचेत सहित आसपास के दर्जन भर ग्रामों के रोड़ पर पैदल चलना तो दूर की बात है टू व्हीलर वाहन तक नही निकल पा रहे है। 6 किलोमीटर के रास्ते में घंटों का समय लग रहा है। इन दिनों अंचल के लगभग हर गांव में बड़े रकबे पर धान का रोपाई की जा रही है। धान रोपने से पहले किसानों द्वारा ट्रैक्टर में कैच व्हील लगाकर खेत में मिट्टी को दलदली बनाया जाता है। जब ट्रैक्टर खेत से सडक पर आते हैं तो मिट्टी सडक पर बिखर जाती है। कैच व्हील से सड़कों पर आने वाली मिट्टी से सबसे अधिक ग्रामीण सड़कों को नुकसान हो रहा है। आमतौर पर सभी ग्रामीण सड़कें खेतों की बीच से होकर निकली हैं। किसान कैच व्हील से मिट्टी साफ किए बगैर सडकों पर ट्रेक्टर ले आते हैं, जिससे ग्रामीण सडकों पर मिट्टी ही मिट्टी के बड़े-बड़े टुकड़े फैल गए हैं। सबसे ज्यादा परेशानी सांचेत से खंडेरा मार्ग, सांचेत से बड़ौदा मार्ग, निसद्दीखेड़ा मार्ग और ग्यारसावाद मार्ग, अहमदपुर मार्ग अंडोल मार्ग सोनकछ मार्ग पर है। इसके अतिरिक्त मैन मार्केट से ग्यारसावाद तिराहा और बड़ौदा जोड भी मुख्य मार्ग पर मिट्टी फैली हुई है। मिट्टी के फैलने के बाद दोपहिया वाहन जहां चिकनाई होने से फिसल जाते हैं, वहीं कम ऊंचाई वाले चार पहिया वाहन भी फंस जाते हैं।