बिजली करंट लगने से किसान की मौत, एक घायल
-लाइनमैन और उसके हेल्पर ने 25 हजार लेकर जोड़े थे बिजली के तार
-3 माह के अस्थाई कनेक्शन की रसीद देने की कही थी बात
-घटना के बाद राशि लौटाने की बात करने लगा लाइनमैन
सिलवानी रायसेन। ( IND28 NEWS हर खबर पर पैनी नज़र)
गुरुवार को तहसील के ग्राम सिमरिया कला में लाइनमेन ने राशि लेकर अवैध रुप से बिजली कनेक्शन जोड़ा गया था। जो कि जमीन पर फैले तार से किसान को करंट लगने से एक किसान की मौके पर ही मौत, वही 1 घायल को रायसेन रेफर किया गया है। बिजली विभाग के कर्मचारी की मिलीभगत से बड़ी घटना सामने आई है।प्राप्त जानकारी अनुसार सिमरिया कला निवासी रामबख्श अहिरवार पिता बालकिशम अहिरवार उम्र 40 साल एवं विजय अहिरवार पिता स्वरूप सिंह अहिरवार खेत से काम कर ट्रेक्टर से वापिस लौट रहे थे कि बिजली के तार से ट्रेक्टर में करंट लगने से दोनो बुरी झुलस गए। बिजली लाइन बंद कराकर रामबख्श अहिरवार और विजय अहिरवार को सिविल हॉस्पिटल सिलवानी लाया जा रहा था कि रामबख्श अहिरवार ने रास्ते में ही दम तोड दिया वही विजय अहिरवार को सिविल हॉस्पिटल सिलवानी में प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रैफर किया गया है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम कर परिजनो को सौप दिया गया है।
बताया जाता है कि चिंकी बौरास बैराज परियोजना पाइप लाइन का बरसात के कारण कार्य बंद है। परियोजना के कर्मचारी टपरिया बनाकर रहे है। जिन्होंने ने लाइनमैन हेमराज चौधरी और उसके हेल्पर बृजकिशोर रघुवंशी को 5 जुलाई 2024 को अस्थाई कनेक्शन के नाम पर 25 हजार रुपए दिए थे। जिसकी रसीद बाद में देने का बोला था। लाइनमेन ने अपने हेल्पर से बिजली लाइन के तार जोड़ कर चालू कराई थी। टपरिया में रह रहे कर्मचारी दीपक कुशवाहा (उत्तर प्रदेश) श्याम किशोर (विहार) ने बताया कि लाइन मेन और उसके हेल्पर 25 हजार रुपए लेकर कनेक्शन जोड़ा था, आज करंट लग जाने के बाद वह राशि लौटाने की बात कर रहे है। इस संबंध में टीआई डीपी सिंह ने बताया कि मर्ग पंजीकृत कर विवेचना की जा रही है। विवेचना के दौरान टपरी में रह रहे मजदूरों के कथन भी लिए गए। दीपक कुशवाहा, श्यामकिशोर ने बताया है कि लाइनमैन और उसके हेल्पर ने 5 जुलाई को अस्थाई कनेक्शन 25 हजार रुपए लेकर दिया था। वहीं बिजली विभाग के सहायक यंत्री से बिजली कनेक्शन एवं स्थल निरीक्षण की रिपोर्ट मांगी गई है। प्रथम दृष्टया लाइनमैन और उसके हेल्पर के साथ बिजली विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है, रिपोर्ट मिलने पर वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।