घोड़ापछाड़ नदी पुल पर था 4 फिट पानी, नदी में छलांग लगाने से डूबा युवक
- युवक के शव को ढूंढने मौके पर पहुंची रायसेन SDRF की 9 सदस्यीय टीम
- शाम तक भी नही मिला 20 वर्षीय युवक का शव
-रायसेन एसडीएम, सांची तहसीलदार सहित सलामतपुर पुलिस का अमला मौके पर रहा मौजूद
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
सलामतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुड़ियाखेड़ा गांव की घोड़ापछाड़ नदी में एक बीस साल के युवक ने छलांग लगा दी और डूब गया। शाम तक भी युवक का शव नही मिला है। बताया जा रहा है कि एक युवक मनोज धानक निवासी बनगंवा रायसेन अपनी बुआ के घर झुंडखो गांव जा रहा था लेकिन घोड़ापछाड़ नदी चढ़ी होने से पुल पर लगभग 4 फिट पानी था। मनोज सुबह लगभग 6 बजे मुड़ियाखेड़ा गांव पहुंच गया था। काफी इंतेज़ार के बाद भी जब नदी नही उतरी तो सुबह 9 बजे मनोज ने कपड़े उतारकर घोड़ापछाड़ नदी में छलांग लगा दी और बह गया। जबकि मौके पर मौजूद चौकीदार और स्थानीय ग्रामीणों ने युवक को रोकने की काफी कोशिश की लेकिन वह नही माना। सूचना मिलते ही मौके पर रायसेन एसडीआरएफ की नो सदस्यीय टीम बोट लेकर पहुंच गई है। वहीं रायसेन एसडीएम मनोज सिंह, सांची नायब तहसीलदार नियति साहू और सलामतपुर थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। युवक की तलाश में जुटा हुआ है पुलिस प्रशासन। लेकिन एसडीआरएफ की टीम को कई घंटों की मशक्कत के बाद भी युवक का शव नही मिला है। युवक के डूबने की खबर लगते ही मौके पर स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ काफी संख्या में पहुंच गई है।
पुल की हाइट है कम, निर्माण के समय ग्रामीणों ने हाइट को लेकर उठाई थी आपत्ति--ग्रामीणों का कहना है कि जब घोड़ापछाड़ पुल का निर्माण किया जा रहा था तो इसमें जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। ग्रामीणों की मांग थी की इस पुल को और ऊंचा किया जाए। मगर जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार ने ग्रामीणों की बात नही सुनी। और उनकी मनमानी के चलते हाइट नही बड़ाई गई। जिसकी वजह से 12 गांव के हज़ारों ग्रामीणों को हर साल बारिश में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कभी गर्भवती महिलाओं को चारपाई पर उठाकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है तो कभी बीमारी को तो कभी मृतकों को भी इसी तरह से चारपाई के सहारे नदी पार करना पड़ती है।
खटिया पर रखकर युवक के शव को पार कराई थी नदी---27 जुलाई को भी घोड़ापछाड़ नदी पर 3 फिट पानी होने से एक बीमार युवक राजू सिसोदिया निवासी हिनोतिया गांव समय से अस्पताल नही पहुंच पाया था और जब पहुंचा तो बहुत देर हो चुकी थी। और उसकी मौत हो गई। लेकिन बात यहीं तक नहीं रुकी थी। युवक के शव को वापस अस्पताल से घर लाने के लिए भी ग्रामीणों को जद्दोजहद करना पड़ी। नदी तक तो युवक के शव को एंबुलेंस से लाया गया। मगर आगे का सफर जान जोखिम में डालने वाला था।गांव के युवकों ने जान जोखिम में डालकर कमर तक पानी में से युवक के शव को खटिया पर रखकर नदी पार कराई।
रायसेन जिले के कई इलाकों में तेज बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं-- बारिश के मौसम में निचले इलाकों में बसे गांवों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। नदियों के उफान पर होने के कारण कई स्थानों पर गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया है। जिसके चलते ग्रामीणों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले के कई गांव टापू बने हुए हैं।
इनका कहना है।
सोमवार सुबह लगभग 9 बजे मुड़ियाखेड़ा गांव की घोड़ापछाड़ नदी में एक 20 साल के युवक ने छलांग लगा दी है। और डूब गया। युवक अपनी बुआ के घर झुंड़खो गांव जा रहा है। नदी पर 4 फिट ऊपर पानी बह रहा है। युवक सुबह 6 बजे से नदी उतरने का इंतज़ार कर रहा था। चौकीदार ने रोकने का प्रयास किया लेकिन नही माना। वहीं मौके पर पुलिस प्रशासन पहुंच गया है और रायसेन एसडीआरएफ की टीम शव की तलाश कर रही है।
दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।
मेने भी युवक को रोकने की कोशिश की लेकिन वह बोला कि में मुंह हाथ धो रहा हूँ और उसने कपड़े उतारकर नदी में छलांग लगा दी। थोड़ी देर तक तो वह तैरता हुआ दिखा फिर डूब गया।
मुईन खान, स्थानीय ग्रामीण मुड़ियाखेड़ा।