सतीश मैथिल/अभिषेक लोधी सांचेत रायसेन। IND28.COM

सावन का सातवां सोमवार और नाग पंचमी के संयोग पर उसके महत्व और पूजा का मुहूर्त पं, प्रियंक कृष्ण शास्त्री सौजना वालों ने बताया है। सावन का 7वां सोमवार 21 अगस्त 2023 को है। हिंदू पंचांग के अनुसार सावन के सातवें सोमवार पर शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है और सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है।अधिकमास खत्म होते ही एक बार फिर से सावन का बाकी बचा पवित्र महीना आरंभ हो जाएगा। 17 अगस्त 2023 से सावन का शुक्ल पक्ष आरंभ हो जाएगा। इस बार अधिकमास के कारण सावन का महीना करीब 58 दिनों तक है। सावन में भगवान शिव की विशेष पूजा आराधना करने का महत्व होता है और इसी सावन में आने वाली सभी सोमवार का दिन खास होता है। सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा आराधना के लिए समर्पित होता है। इस वर्ष सावन में कुल 8 सोमवार व्रत रखे जाएंगे। जिसमे से 6 सावन सोमवार पूरे हो चुके हैं और अब सावन का 7वां सोमवार आने वाला है। सावन का सातवां सोमवार बहुत ही खास रहने वाला है क्योंकि इस दिन नाग पंचमी का त्योहार भी मनाया जाएगा। भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए सावन सोमवार का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भक्त सावन सोमवार पर विधि-विधान से साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करता है उसका दांपत्य जीवन सुखी और हर तरह की सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। पडित  प्रियंक कृष्ण शास्त्री बताते हैं सावन माह के 7वें सोमवार का महत्व।

सातवां सावन सोमवार-----सावन सोमवार व्रत करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। सावन का 7वां सोमवार 21 अगस्त 2023 को है। हिंदू पंचांग के अनुसार सावन के सातवें सोमवार पर शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है और सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। सावन सोमवार और नाग पंचमी के संयोग पर शिव उपासना का महत्व काफी बढ़ गया है क्योंकि नाग पंचमी पर नाग देवता है पूजा होगा और सावन सोमवार पर भगवान शिव की। 

7वां सावन सोमवार मुहूर्त------सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 21 अगस्त को सुबह 12.21 मिनट से 22 अगस्त को प्रात: 02 बजे तक रहेगी।

नाग पंचमी पूजा मुहूर्त-----भगवान शिव और नाग देवता की पूजा का मुहूर्त - 21 अगस्त को सुबह 06:21 से सुबह 08:53 तक शुभ (उत्तम) - सुबह 09.31 - सुबह 11.06

सावन सोमवार व्रत का महत्व----सावन महीने के प्रत्येक सोमवार को भगवान शंकर के मंदिर में जाकर उनकी पूजा करनी चाहिए और संभव हो तो निराहार व्रत करना चाहिए अथवा एक भुक्त अर्थात (एक समय भोजन) करना चाहिए। इससे भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं एवं शिव सायुज्य मुक्ति प्राप्त होती है। 

नाग पंचमी की पूजा महत्व-------हिंदू धर्म में सांपों की पूजा करने का विशेष विधान होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से जीवन के संकटों का नाश होता है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार नाग पंचमी का पर्व हर सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन शिव मंदिरों में नाग देवता की विशेष पूजा की जाती है।

 

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