सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

आज से नवरात्र शुरू इस बार पालकी पर सवार होकर आ रहीं मां दुर्गा ज्योतिष आचार्य पंडित अरुण शास्त्री ने बताए इनके महत्व और पूजा विधि

इस साल नवरात्रि 10 दिन मनाई जाएगी। क्योंकि तृतीया तिथि में वृद्धि हुई है। शारदीय नवरात्रि आश्विन मास शुक्ल पक्ष हस्त नक्षत्र और इंद्र योग में मनाए जाएंगे ज्योतिष आचार्य पंडित अरुणशास्त्री बताते है नवरात्रि के महत्व पूजा विधि और मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों के बारे में। नवरात्रों में शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा आदि शक्ति के 9 स्वरूपों की पूजा आराधना की जाती है प्रत्येक वर्ष अश्विन मास शुक्ल पक्ष में शारदीय नवरात्रे पूरे 9 दिन मनाए जाते हैं, लेकिन अबकी बार ऐसा नहीं है। तृतीया तिथि की वृद्धि होने के कारण अबकी बार पूरे 10 दिन मनाए जाएंगे। शारदीय नवरात्र शारदीय नवरात्रे आश्विन मास शुक्ल पक्ष हस्त नक्षत्र और इंद्र योग में मनाए जाएंगे।यह कहना हैशिव मंदिर सगोनिया के पुजारी एवं ज्योतिष आचार्य पंडित अरुण शास्त्री का 3 अक्टूबर को प्रारंभ होंगे और 12 अक्टूबर दिन शनिवार को समापन होगा। नवरात्रों में शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा आदि शक्ति के 9 स्वरूपों की पूजा आराधना की जाती है पहले 3 दिन हम दुर्गा देवी का ध्यान करते हैं, जो पराक्रम स्वालंबन और आत्मविश्वास की प्रतिमूर्ति है। अगले तीन दिन हम मां लक्ष्मी का ध्यान करते हैं, जो शुभता और धन्यता की प्रतिमूर्ति है। अगले तीन दिन मां सरस्वती का ध्यान करते हैं, जो वाणी और ज्ञान की देवी है। ज्योतिष आचार्य पंडित अरुण शास्त्री ने बताया कि पंचांग के अनुसार वीरवार देव बृहस्पति का दिन माना गया है और बृहस्पति देवताओं का गुरु है। अबकी बार मां दुर्गा डोली यानी के पालकी पर सवार होकर आ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां दुर्गा का डोली पर सवार होकर आना शुभ संकेत नहीं है। देवी पुराण के अनुसार मां दुर्गा का पालकी में सवार होकर आना देश में आर्थिक मंदी आ सकती है।

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