अदनान खान भोपाल। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

44 साल से सऊदी अरब (मक्का) में हाजियों की खिदमत कर रहे राजधानीवासी अबरार भाई(85) नहीं रहे। उनका गुरूवार को मक्का शहर में इंतेकाल हो गया। मरहूम को वहीं सुपुर्द ए खाक किया जाएगा। उनकी निधन की खबर के बाद राजधानी के उलमाओं और सियासी तथा सामजिक संगठनों के लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। अबरार भाई पिछले 44 साल से मक्का शहर में भोपाल नबाव द्वारा बनाई गई रूबात(ठहरने का स्थान) की देख-रेख कर रहे थे। भोपाल की पूर्व रियासत भोपाल, सीहोर और रायसेन के हाजियों को यहां हज के दौरान रिहाईश दी जाती है। मरहूम का परिवार राजधानी के खानू गांव में ही रहता है। जबकि उनका एक बेटा इरफान मक्का में ही रूबात का काम देखता है। हज पर गए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद बताया कि मरहूम के परिवार के साथ अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि अबरार भाई ने 44 साल तक हज पर जाने वाले लोगों की मक्का में खिदमत की यह बहुत फक्र की बात है। मसूद ने बताया कि इस मामले में कागजी कार्रवाई के बाद उन्हें मक्का में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28