सांची से दिनेश जोशी की रिपोर्ट। IND28.COM

जनपद पंचायत सांची क्षेत्र की कई पंचायतों में भ्रष्टाचार का बोलबाला देखने मिल रहा है। लगातार प्राप्त हो रही जानकारियों में ऐसी कई पंचायतो में सरकारी राशि निकालकर सचिव एवं सरपंच खर्च कर रहे हैं और मौके पर कोई निर्माण कार्य नहीं हो रहे हैं। जिससे शासकीय योजनाएं धरातल पर दम तोड़ रही है। ऐसा ही एक मामला  ग्राम पंचायत मूछैल में सामने आया है जहां ग्राम पंचायत के सचिव कैलाश लोधी ने मिलीभगत से पंचायत में नाली निर्माण के नाम पर लगभग एक लाख से अधिक की राशि निकालकर खर्च कर ली है। और मौके पर कोई निर्माण नहीं किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत में मनोज के मकान से स्कूल तक नाली का निर्माण किया जाना था। लेकिन मामले को 2 साल से अधिक हो चुके हैं। निर्माण की राशि निकालकर खर्च की जा चुकी है। अभी तक नाली नहीं बनाई गई है। जिससे ग्रामीणों को भी परेशानी हो रही है यदि नाली का निर्माण होता तो ग्राम वासियों को गंदगी से छुटकारा मिल सकता था। लेकिन निर्माण के नाम पर राशि का बंटाधार कर दिया गया। पूरे मामले की शिकायत होने पर संबंधित सचिव को पूर्व में नोटिस भी जारी हुआ था। लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। बताया जाता है कि इसी पंचायत में पदस्थ दूसरे सचिव बद्री प्रसाद को लगभग 3 साल का समय हो गया है। इन्हें अभी तक कोई वित्तीय अधिकार नहीं दिए गए हैं। जबकि बद्री प्रसाद द्वारा शासन की सभी योजनाओं के संबंध में निरंतर ईमानदारी से कार्य किया जा रहा है।और सचिव कैलाश लोधी ग्राम पंचायत सदलपुर मैं भी पदस्थ है एक सचिव 2 पंचायतों के वित्तीय अधिकार लेकर शासन की योजनाओं को जमकर चुना लगा रहा है।जानकारी मिल रही है की स्वच्छता परिसर के नाम पर भी कुछ राशि निकाली गई है जो खर्च हो चुकी है। कार्य धरातल पर नहीं है ग्रामीणों द्वारा नाली निर्माण के संबंध में जब शिकायत की गई तब यह पूरा मामला सामने आया। लेकिन शासकीय राशि खर्च करने के मामले में अभी तक सचिव के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि यह मामला धारा 420 के अंतर्गत आता है।ऐसा ही एक मामला नयापुरा पंचायत में भी सामने आया है। जहां सड़क निर्माण के नाम पर लगभग 4 लाख रुपए निकालकर खर्च किए जा चुके हैं। और ग्राम पंचायत में सड़क का निर्माण नहीं हुआ। शिकायत प्राप्त होने के बाद जनपद पंचायत की प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत का दौरा कर जांच की थी लेकिन मामला दबा दिया गया।शासकीय राशि में हेरा फेरी करने वाले सचिवों के विरुद्ध कोई कार्यवाही ना होना जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है।

इनका कहना है।

दोनों मामले में ग्राम पंचायत के उपयंत्री केके जाटव का कहना है ग्राम पंचायत मूंछैल एवं नयापुरा की शिकायत की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों के पास है लेकिन मामले में कार्यवाही मैं नहीं कर सकता कार्यवाही वरिष्ठ अधिकारी ही कर सकते हैं।

 

न्यूज़ सोर्स : IND28.COM