नप अध्यक्ष के प्रयास से खुले आसमान के नीचे बसर करने वाले निराश्रितों को मिला सहारा
वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
वैसे तो इन दिनों कडाके की ठंड से जनजीवन सिकुडता दिखाई दे रहा है। तब लोग अपने घरों में कैद रहकर ठंड से बचाव के साधन अपना कर ठंड से राहत ले लेते है परन्तु नगर भर में ऐसे भी कुछ लोग किस्मत की मार झेलते कहीं फुटपाथो बस स्टैंड रेलवे स्टेशन सहित अनेक स्थानों पर खुले आसमान के नीचे कडकडाती ठंड के बीच अपना जीवन गुजारने मजबूर हैं हालांकि इन निराश्रितों के लिए नगर परिषद प्रशासन लंबे अरसे से रैनबसेरा निर्माण करा रहा है परन्तु वह सालों गुजरने के बाद भी तैयार नही हो सका ।इस स्थिति में कडाके की ठंड से जूझते जगह जगह अपना बसेरा खुले आसमान के नीचे वालों की सुध लेने नगर परिषद अध्यक्ष पप्पू रेवाराम निकले तथा उन्होंने ऐसे निराश्रितों से चर्चा की एवं नगर में पहले एक रेशम केंद्र हुआ करता था। इसके भवन भी खाली पडे हैं विभाग अपना टीमटाम समेट बढ लिया। यह रेशम केंद्र हराभरा हुआ करता था ।विभाग के जाते ही इसमे खडे बडे बडे पेडों पर कुल्हाड़ी चल पडी तथा इन्हें आडा कर दिया गया हालांकि इस रेशम केंद्र के बंद होने का कारण आज तक किसी को पता नहीं चल सका कि अच्छा खासा चलता रेशम केंद्र बंद क्यों करवा दिया गया जबकि मुख्यमंत्री स्वयं रेशम केंद्र के विस्तार के लिए कवायद में जुटे हुए हैं ऐसे समय में रेशम केंद्र बंद होना कहीं न कहीं संदेह को जन्म दे रहा है तब इस रेशम केंद्र के भवन की निराश्रितों को ठंड से बचाने के लिए नप अध्यक्ष पप्पू रेवाराम ने एसडीएम से अनुमति कराते हुए इसकी साफ सफाई एवं बिस्तर आदि की व्यवस्था जुटा कर खुले आसमान के नीचे से इस भवन में व्यवस्था की एवं रात्रि में ही सभी निराश्रितों को ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरित कर उन्हें सहायता पहुंचाई ।इसके साथ ही अध्यक्ष पप्पू रेवाराम ने बताया कि हमने इन निराश्रितों के लिए रेशम केंद्र भवन में व्यवस्था जुटाई है ताकि ठंड से इन्हें बचाया जा सके ।उन्होंने कहा कि हम यह भी प्रयास कर रहे हैं कि इन्हें भोजन भी यही मिल सके भोजन के लिए इन्हें यहां वहाँ भटकना नहीं पडे ।साथ ही उन्होंने कहा कि हम शीघ्र इन्हें पहनने के कपडों की भी व्यवस्था करेंगे इस भवन में साफसफाई पेयजल शौच बिजली सभी व्यवस्था जुटाई गई है ।नगर भर मे कहीँ भी अब सडको पर खुले में निराश्रित नहीं रहेगें ।इस प्रकार नप अध्यक्ष श्री रेवाराम ने बीडा उठाकर इन्हें सभी व्यवस्था जुटा दी हैं तथा मानवता की मिसाल कायम करते हुए कहा ऐसे लोगों की मदद के लिए सभी को आगे आना चाहिए ।