वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में भ्र्ष्टाचार किस कदर हावी है। इसके कई उदाहरण आपको देखने मिल जायेंगे।वहीं हम आपको यह बता दे कि प्रशासन की नाक के नीचे गलत काम होता रहता है और प्रशासन के जिम्मेदार अफसर आँखे बंद कर बैठे रहते है। हाल ही में ताजा मामला बरेली का जहां नाहर गार्डन के नाम से मशहूर गार्डन को कालोनी में विकसित करने के लिए यहां हजारों पेड़ो की बलि दिनरात बड़ी बेरहमी से दी जाती रही।इस संबंध नगर परिषद बरेली की दीवार लगी होने के बाद भी नगर परिषद सीएमओ हरिशंकर वर्मा को नही दिखे नीबू ,अमरूद आंवले के बगीचे, रातों रात खत्म कर दिया गया।हजारो बांस के पेड़ भी काट दिए गए। बांस के पेड़ों को कटे हुए देखकर बरेली की मीडियाकर्मियों की टीम पहुंची।नाहर गार्डन में, और जब जाकर देखा तो हरियाली की खुलेआम कर दी गई हत्या।जिससे पर्यावरण को काफी क्षति पहुंची। सीएमओ वर्मा और बरेलीतहसीलदार मोके पर पहुचे ओर बांसों की जब्ती बनाई। हालांकि नीबू ओर अमरूद सहित आंवले के पेड़ों पर सीएमओ कुछ नही बोले। अभी भी 50 से अधिक बड़े पेड़ आम के लगे हुए है। अधिकारियों की मिलीभगत कालांनाइजर्स को आखिर बगैर अनुमति इन पेड़ों को काटने की हिम्मत कैसे हुई ।इसका जबाव तो आने वाला समय देगा ।और कितनी अनुमति इस कॉलोनाइजर्स के पास वह भी आने वाले समय मे पता चलेगी।

रैरा की अनुमति भी ताक पर...लेकिन जो अनुमतियां ली जाती है उनमें रैरा की अनुमति भी जरूरी है और उसमें ग्रीन बेल्ट कालोनी में डेवलप करना जरूरी है। ऐसे में इन हरे भरे पेड़ काटकर कैसे ग्रीन बेल्ट बनाएगा कालोनाइनर्स ओर क्या होगी इन पर कार्यवाही। वही पेड़ों की कटाई के संबंध में बरेली नप CMO से जब जानना चाहा तो जानकारी ना होना बताया। वन विभाग से संबंध में जानकारी ली जाएगी और कार्यवाही करने की बात कही जाएगी।

न्यूज़ सोर्स : IND28 हर खबर पर पैनी नज़र