खेत में करंट से युवक की मौत के 6 महीने बाद भी परिजनों को नहीं मिली सहायता राशि

-रायसेन कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार
-सलामतपुर थाना क्षेत्र के कालीदांत गांव की घटना
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
सलामतपुर थाना क्षेत्र के कालीदांत गांव जो ग्राम पंचायत शाहपुर में आता है में बीते 21 सितंबर 2024 को एक दुखद घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिय थाा। जिसमें नीरज सेन पिता नारायण सिंह जो अपने खेत से काम करके घर लौट रहा था, एक खेत की तार फेंसिंग में लगे करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। यह करंट जंगली जानवरों से फसल बचाने के लिए किसानों द्वारा लगाया गया था। इस हादसे के 6 महीने बीत जाने के बाद भी नीरज के परिजनों को न तो शासन से कोई सहायता राशि मिली है और न ही इस मामले में कोई कार्रवाई हुई है।नीरज के परिवार में उसकी पत्नी, दो छोटे बच्चे 2 साल का लड़का और तीन माह की लड़की और बूढ़े माता-पिता हैं, जो अब न्याय और आर्थिक मदद की आस में भटक रहे हैं। नीरज की पत्नी का कहना है, "मेरे पति की मौत के बाद घर की पूरी जिम्मेदारी मुझ पर आ गई है। दो बच्चों का पालन-पोषण और बूढ़े सास-ससुर की देखभाल कैसे करूंगी? सरकार से कोई मदद नहीं मिली। हमें न्याय चाहिए।" परिजनों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को आवेदन सौंपा और सहायता राशि की मांग की।स्थानीय लोगों का कहना है कि खेतों में जंगली जानवरों से फसल बचाने के लिए तार फेंसिंग में करंट लगाना आम बात है, लेकिन हर साल इसकी वजह से कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं। मृतक के साले ने बताया, "हमें सिर्फ सहायता राशि ही नहीं, बल्कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम की भी जरूरत है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।"फिलहाल, प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। नीरज के परिजनों की गुहार है कि उनकी आवाज सुनी जाए और उन्हें आर्थिक सहायता के साथ-साथ न्याय मिले। यह घटना एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा और जागरूकता की कमी को उजागर करती है।