कबीर खान हत्या केस: डेढ़ महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली, परिजन न्याय की आस में बेहाल
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
जिला मुख्यालय रायसेन के वार्ड नंबर 17 निवासी कबीर खान की हत्या को डेढ़ महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक पुलिस हत्यारों तक पहुंचने में नाकाम रही है। इससे उनके परिजन बेहद परेशान हैं और न्याय की आस में रो-रोकर अपना दुख व्यक्त कर रहे हैं।
हत्या की घटना का विवरण--27 नवंबर को रायसेन से करीब 18 किलोमीटर दूर बेतवा नदी के पुल के नीचे कबीर खान का शव मिला था। 26 नवंबर की शाम को कबीर खान घर से भोपाल जाने की बात कहकर निकले थे, लेकिन अगली सुबह उनकी मृत्यु की सूचना परिजनों को दी गई। कबीर खान पेशे से पान की दुकान चलाते थे। परिजनों का कहना है कि उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी और ना ही किसी से पैसे का लेन-देन था।
11परिजनों की व्यथा और पुलिस की नाकामी--इस घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी दो बेटियां और एक बेटा हैं, जो न्याय की आस लगाए बैठे हैं। परिजनों के अनुसार, कबीर खान का शांत स्वभाव था और किसी से कोई विवाद नहीं था। ऐसे में यह सवाल उठता है कि उनकी हत्या क्यों और कैसे हुई? पुलिस ने अब तक आरोपियों को पकड़ने में कोई सफलता हासिल नहीं की है, हालांकि पुलिस का दावा है कि इस मामले का जल्द खुलासा किया जाएगा। परिजनों और समाज में यह सवाल बना हुआ है कि कबीर खान बेतवा पुल के नीचे क्या कर रहे थे और पुलिस आखिर क्यों नाकाम साबित हो रही है?
न्याय की प्रतीक्षा में परिवार--इस हत्या से कबीर खान का परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। उनके बच्चों और अन्य परिजनों की स्थिति अत्यधिक दयनीय है। यह घटना पुलिस प्रशासन और न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। अब यह देखना महत्वपूर्ण है कि कब तक कबीर खान के परिवार को न्याय मिलता है और पुलिस इस मामले का खुलासा करती है।