-स्थानीय ग्रामीणों ने की थी 22 यूकेलिप्टस पेड़ काटने की मांग, नही हुई सुनवाई

-फिर कभी भी हो सकता है गंभीर हादसा, प्रशासन नही दे रहा ध्यान

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर सिंचाई विभाग कालोनी के सामने 12 जुलाई 2023 को हुए हादसे में एक यूकेलिप्टस का तीस फिट लंबा पेड़ मोटरसाइकिल चलाकर जा रहे शिक्षक मनोज श्रीवास्तव के ऊपर गिर जाने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसा होने के बाद रातातलाई क्षेत्र के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से हादसे वाली जगह लगे हुए 22 यूकेलिप्टस के पेड़ काटने की मांग की थी। ग्रामीणों ने बताया था कि सिंचाई विभाग कालोनी में भोपाल विदिशा हाइवे से लगे हुए 22 अन्य यूकेलिप्टस के पेड़ जो लगभग तीस से चालीस साल पुराने होने की वजह से उनकी जड़े सड़ चुकी हैं। और इनमें से कई पेड़ हाइवे सड़क की और झुक रहे हैं। ये पेड़ कभी भी सड़क पर गिर सकते हैं। जिसकी वजह गंभीर हादसा होने की संभावना है। इसलिए इन पेड़ों को काटकर होने वाले हादसे को रोका जा सकता है। लेकिन प्रशासन ने कुछ महीने पहले सिर्फ दो या तीन पेड़ काटकर खानापूर्ति कर दी। जबकि मौके पर अभी भी दर्जनों युकलिप्टस के ऐसे पेड़ मौजूद हैं जिनकी जड़े पूरी तरह से सड़ चुकी हैं और कभी भी यह पेड़ सड़क पर गिरकर गंभीर हादसा कर सकते हैं। स्थानीय ग्रामीणों रंजीत मालवीय, गुलाब मालवीय, कैलाश गोस्वामी, राजकुमार मालवीय, मनोज भार्गव, भगवान सिंह ने जिला प्रशासन से शीघ्र ही उचित कार्रवाई कर यूकेलिप्टस के सड़े हुए पेडों को काटने की मांग की है।

हादसे का शिकार हुए शिक्षक मनोज श्रीवास्तव ढकना चपना के प्राथमिक स्कूल में थे पदस्थ---युकलिप्टस के पेड़ ऊपर गिरने से जिस शिक्षक मनोज श्रीवास्तव निवासी निवासी मुखर्जी नगर विदिशा की मौत बारह जुलाई 23 को हुई थी। वह घटना वाले दिन सलामतपुर संकुल केंद्र अपनी टीवीएस मोटरसाइकिल एमपी 40 एमपी 1192 से जा रहे थे। उनके पीछे भी शिक्षक राजेन्द्र रघुवंशी निवासी दुर्गानगर विदिशा बैठे थे। तभी रास्ते में सिचाई विभाग कलोनी के सामने उनके ऊपर एक तीस साल पुराना यूकेलिप्टस का पेड़ अचानक गिर गया। जिससे शिक्षक मनोज श्रीवास्तव की मौके पर ही मौत हो गई और राजेंद्र रघुवंशी को गंभीर हालत में विदिशा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। 

पेड़ गिरने से पहले भी हो चुका है हादसा-----सिंचाई विभाग कालोनी के सामने लगे हुए यूकेलिप्टस के पेड़ काफी पुराने हो चुके हैं। और इनकी जड़े सड़ चुकी हैं। इसलिए हादसे वाले दिन ना तो कोई तेज़ आंधी चली थी और ना ही बारिश हुई थी। फिर भी पेड़ अचानक सड़क की और गिरा जिसकी चपेट में आने से शिक्षक की मौत हो गई। वहीं कुछ वर्ष पहले भी कालोनी के सामने ही एक यूक्लिप्टस का पेड़ ट्रक के ऊपर गिर गया था। जिसमें ट्रक चालक और क्लीनर तो बाल बाल बच गए थे। लेकिंन ट्रक बुरी तरह से छतिग्रस्त ही गया था। और हाइवे पर भी काफी लंबा जाम लग गया था।

भोपाल विदिशा हाइवे 18 पर  इन्हीं खतरनाक पेड़ों के सामने से प्रतिदिन गुजरते हैं 10 हज़ार वाहन---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 से दिन भर में लगभग 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन निकलते हैं। जो यूपी, दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। यहां से बड़े बड़े ट्राले और ट्रक क्षमता से अधिक माल लेकर सड़क से निकलते हैं। वहीं कुछ बड़े भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। जो 30 साल पुराने युकलिप्टस के पेड़ों जिनकी जड़ें सड़ चुकी हैं के सामने से ही होते हुए जाते हैं। जो कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। क्योंकि ये पेड़ सड़क की और ही झुक रहे हैं।

रातातलाई गांव के रहवासी भी पुराने यूकेलिप्टस के पेड़ कटवाने को लेकर कलेक्टर को दे चुके हैं आवेदन---सांची जनपद के ग्राम रातातालाई के रहवासियों ने भी पुराने यूकेलिप्टस के ऐसे पेड़ जिनकी जड़े सड़ चुकी हैं और यह पेड़ कभी भी गिरकर स्थानीय रहवासियों की जान के लिए खतरा बन सकते हैं। उनको कटवाने की मांग की है।रहवासियों रंजीत मेहरा, कपिल साहू, गुलाब सिंह मीणा, नीतेश रायकवार, वाजिद मंसूरी, विनेश रायकवार और गणेशराम शाक्या ने इनको कटवाने की मांग को लेकर एक आवेदन रायसेन कलेक्टर को दिया था। जिसकी अभी तक सुनवाई नही हुई है। कपिल साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि रातातलाई ग्राम पंचायत के गल्ला मंडी रोड पर स्थित पीएचई विभाग के पंप हाउस और उसी के पास स्थित पोस्ट ऑफिस में कई साल पुराने और तीस से चालीस फिट लंबे यूकेलिप्टस के लगभग आधा दर्जन पेड़ हैं। जिनकी डालें भी हमारे घरों पर आती हैं और पेड़ कई साल पुराने हो गए हैं इनकी जड़ें भी सड़ चुकी हैं। जिससे इनके कभी भी बारिश और हवा में गिरने का खतरा बना रहता है। इसलिए इन पेड़ों को कटवाया जाए ताकि कोई जनहानि ना हो सके। कुछ माह पूर्व शिक्षक के ऊपर पेड़ गिरने की घटना में मौत को देखते हुए रातातलाई के ग्रामवासी डरे हुए हैं। की हमारे घर के पास स्थित पीएचई विभाग और पोस्ट ऑफिस में भी कई वर्ष पुराने यूकेलिप्टस के पेड़ खड़े हुए हैं जिनकी जड़े सड़ कर खराब हो चुकी हैं। और यह पेड़ बारिश में कभी भी गिर सकते हैं। इन पेड़ों को शीघ्र काटने की मांग रायसेन कलेक्टर से की है।

इनका कहना है।

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे से लगे हुए सिचाई विभाग कालोनी के सामने 9 महीने पहले बड़ा हादसा हो गया था।जिसमें मोटरसाइकिल चलाकर जा रहे एक शिक्षक के ऊपर यूकेलिप्टस का पेड़ गिरने से शिक्षक की मौत हो गई थी।और पीछे बैठे दूसरे शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद से ही स्थानीय ग्रामीण डरे हुए हैं। क्योंकि हादसे वाली जगह अभी भी 22 यूकेलिप्टस के ऐसे पेड़ लगे हुए हैं जिनकी जड़े सड़ चुकी हैं और यह पेड़ हाइवे सड़क के ऊपर झुक रहे हैं। जिनकी वजह से कभी भी फिर से गंभीर हादसा होने की आशंका है। इसलिए इन पेड़ों को काटा जाए ताकि फिर ऐसा हादसा ना होने पाए।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच ग्रा.पं. रातातलाई।

9 महीने पहले शिक्षक मनोज श्रीवास्तव के ऊपर पेड़ गिरने से उनकी मृत्यु हो गई थी। अभी भी काफी पुराने पेड़ घटना वाली जगह पर मौजूद हैं जो सड़क की तरफ झुक रहे हैं। सिचाई विभाग कालोनी में भी कई परिवार निवास कर रहे हैं। वहीं हाइवे पर भी यातायात का अधिक दवाब रहता है। आने वाले समय में फिर से कोई जनहानि ना हो इसलिए प्रशासन इन पेड़ों को काटने की अनुमति दे ताकि क्षेत्र व बाहर के लोगों का जीवन सुरक्षित हो सके।

विजय चौकसे, भाजपा नेता सलामतपुर।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM