-पर्यटकों को सांची सतधारा, सुनारी स्तूप पहुंचने में होती है परेशानी

-400 अपडाउनर्स यात्री भी डेली सलामतपुर से भोपाल विदिशा करते हैं अपडाउन

-ट्रेनों का स्टॉपेज शुरू हो तो बढ़ेगा पर्यटन मिलेंगे रोजगार

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 NEWS हर खबर पर पैनी नज़र)

कस्बे के आसपास काफी पर्यटन स्थल हैं। और यहां से प्रतिदिन लगभग चार सौ यात्री अपडाउन करके भोपाल या विदिशा के लिए जाते हैं। लेकिन सलामतपुर स्टेशन पर कोई भी लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेन नही रुकती है। जबकि पास में ही सतधारा के बौद्ध स्तूप और सुनारी के स्तूप और सलामतपुर में सांची बौद्ध यूनिवर्सिटी का भी निर्माण पूरा होने के बाद क्लासें शुरू हो गई हैं। अगर यहां पर लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज शुरू कर दिया जाए तो पर्यटन बढ़ने के साथ ही स्थानीय बेरोजगार युवकों को रोजगार भी आसानी के साथ मिल सकेगा। ट्रेनों के स्टॉपेज को लेकर कई बार स्थानीय नागरिकों के साथ ही अपडाउनर्स ने भी ज्ञापन के माध्यम से अपनी बात रखी है। लेकिन रेलवे विभाग ने अभी तक समस्या का समाधान नही किया है।

3 पैसेंजर ट्रेने ही रुकती है सलामतपुर स्टेशन पर---स्टेशन पर बिलासपुर, जोधपुर भोपाल पैसेंजर, भोपाल बीना मेमो पैसेंजर ट्रेनें ही रुकती हैं। जबकि पहले यहां पर विध्यांचल एक्सप्रेस ट्रेन भी रुकती थी। लेकिन उसका भी स्टॉपेज यहां पर अभी तक पुनः शुरू नही किया गया है। जिसकी वजह से विदिशा या भोपाल पड़ने जाने वाले छात्र छात्राओं के साथ ही नोकरी और मजदूरी करने वाले यात्रियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

पर्यटकों को सांची सतधारा बौद्ध स्तूप पहुंचने में होती है दिक्कत-----विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सांची जिला मुख्यालय के समीप एक मात्र बड़ा स्टेशन है। जहां से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग विभिन्न स्थानों के लिए सफर करते हैं। लेकिन कोरोना काल से सांची व सलामतपुर स्टेशन पर प्रमुख ट्रेनों का स्टॉपेज बंद कर दिया था। जिन्हें रेल प्रबंधन ने अब तक शुरु नहीं किया। जिससे लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्री विदिशा, भोपाल या अन्य रेलवे स्टेशनों से अपनी यात्रा कर रहे हैं। जबकि नगर के अनेक संगठनों एवं प्रतिनिधियों ने समय समय पर मंडल रेल प्रबंधक के नाम से ज्ञापन भी दिए। लेकिन अभी तक कोई उचित कार्रवाई रेल प्रशासन की तरफ से नहीं की गई। स्वच्छ एवं सुंदर रेलवे स्टेशन यात्री ट्रेनों के स्टॉपेज नहीं होने से सूना पड़ा रहता है। वर्तमान में भोपाल बीना मेमो पैसेंजर, जोधपुर भोपाल पैसेंजर बिलासपुर भोपाल एक्सप्रेस एवं प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन सांची में रुक रही हैं।

ट्रेनों की जानकारी के लिए लगाया गया ब्लैक बोर्ड हो रहा है अनुपयोगी साबित--- ट्रेनों के स्टॉपेज की संबंधी जानकारी के लिए लगाया गया ब्लैक बोर्ड यात्रियों के लिए सिर्फ औपचारिकता साबित हो रहा है। लंबी दूरी की ट्रेन है दादर-अमृतसर एक्सप्रेस,  इटारसी भोपाल विंध्याचल एक्सप्रेस, अंडमान एक्सप्रेस आदि प्रमुख यात्री गाड़ी यहां नहीं रोकी जा रही। जबकि इन ट्रेनों का स्टॉपेज पहले सांची स्टेशन पर था। तो रायसेन जिले के अधिकांश यात्रियों को यहां से यात्रा करने की सुविधा मिल रही थी। लेकिन अब ट्रेनों के स्टॉपेज बंद होने से यात्रियों की सुविधा भी बंद हो गई। इससे कई अप डाउन करने वाले एवं पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं नौकरी पेशा वाले लोग और तीर्थयात्री काफी परेशान होते हैं।

इनका कहना है।

लंबी दूरी की ट्रेनों का सलामतपुर व सांची में स्टॉपेज नही होने के कारण यात्री और पर्यटक परेशान हो रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए कई बार रेलवे अधिकारियों को ज्ञापन दिया जा चुका है। लेकिन समस्या का समाधान नही हो रहा है।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच ग्रा.पं. रातातलाई।

बाहर से आए पर्यटकों को विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सांची और सतधारा स्तूप पहुंचने के लिए विदिशा या भोपाल स्टेशन पर उतरना पड़ता है। यहां से उन्हें बस के माध्यम से सांची या सतधारा स्तूप पहुंचना पड़ता है। जिससे काफी समस्या होती है। अगर सलामतपुर या सांची स्टेशन पर लंबी दूरी की ट्रेनों का स्टापेज कर दिया जाए तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

बब्लू पठान, समाजसेवी सलामतपुर।

अपडाउनर्स एवं कस्बे के गणमान्य नागरिक कई बार ट्रेनों के स्टापेज को लेकर रेलवे डीआरएम भोपाल के नाम ज्ञापन दे चुके हैं। लेकिन समस्या का समाधान नही हुआ है। पैसेंजर ट्रेनों के साथ ही एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टापेज होने से कस्बे के बेरोजगार युवकों को रोजगार मिल सकेगा। शासन प्रशासन को इस और ध्यान देना चाहिए।

अशोक त्रिपाठी, रहवासी रातातलाई सलामतपुर।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28 NEWS