सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

रविवार को शिव शक्ति पीठ धाम सौजना में धूमधाम के साथ मनाया गया गुरू पूर्णिमा का पर्व। इस मौके पर जिले के विभिन्न आश्रमों में धार्मिक अनुष्ठान एवं गुरू पूजन कार्यक्रम आयोजित किए गए। जहां सभी भक्तों ने अपने-अपने गुरुओं की पूजा अर्चना की और गुरु दक्षिणा भेंट कर उनसे अपने कुशलता का आशीर्वाद लिया। रविवार को जिले में गुरु पूर्णिमा पर सौजना शिव शक्ति पीठ, पर लोगों ने पौध रोपण किया। इस मौके पर श्री श्री 108 पंडित ओमप्रकाश शुक्ल मानस प्रेमी ने श्रद्धालुओं को गुरु पूर्णिमा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा और मुडिया पूनो के नाम से जाना जाता है। यह एक पर्व है जिसे लोग त्योहार की तरह मनाते हैं। यह संधिकाल होता है, क्योंकि इस समय के बाद से बारिश में तेजी आ जाती है। पुरातन काल में ऋषि, साधु, संत एक स्थान से दूसरे स्थान यात्रा करते थे। चौमासा या बारिश के समय वे 4 माह के लिए किसी एक स्थान पर रुक जाते थे। आषाढ़ की पूर्णिमा से 4 माह तक रुकते थे, यही कारण है कि इन्हीं 4 महीनों में प्रमुख व्रत त्योहार आते हैं। इस दौरान भजन-कीर्तन कर भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सौजना से पंडित प्रियांक कृष्ण शास्त्री शुक्ल ने वयाया की श्री श्री 108 ओमप्रकाश शुक्ल द्वारा नए शिष्य बनाये सभी को गुरु दान और ज्ञान दिया।

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