रामलीला परिसर में शराब सेवन को लेकर विवाद गरमाया, करणी सेना ने किया विरोध प्रदर्शन, पुतला दहन

वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
नगर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल रामलीला मैदान में शराब सेवन को लेकर शुक्रवार की रात एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। आरोप है कि वार्ड क्रमांक 1 के पार्षद एवं भाजपा नेता बलराम मालवीय और वार्ड 14 के पार्षद पति राजू वर्मा रामलीला परिसर में बैठकर शराब पी रहे थे। इस दौरान करणी सेना के युवा वहां पहुंचे और उन्होंने घटना का वीडियो बनाना शुरू किया। वीडियो बनाए जाने पर विवाद इतना बढ़ गया कि झूमाझटकी, गाली-गलौज और हाथापाई तक की नौबत आ गई। करणी सेना के युवाओं का आरोप है कि शराब पी रहे व्यक्तियों ने उनका मोबाइल छीन लिया और मारपीट की।इसके बाद करणी सेना के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और धार्मिक स्थल पर शराब पीने का विरोध किया।जिस पर दोनों ही पक्षों में हाथापाई तक नौबत पहुंच गई। आक्रोशित करणी सेना के बडी संख्या में कार्यकर्ताओं ने बस स्टैंड परिसर में बलराम मालवीय का पुतला दहन कर नारेबाजी की। युवाओं ने कहा कि रामलीला मैदान एक धार्मिक स्थल है और वहां इस प्रकार की गतिविधियां सनातन संस्कृति का अपमान हैं। एवं करणी सेना सनातन का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।करणी सेना की मांग है कि रामलीला समिति से बलराम मालवीय और राजू वर्मा को निष्कासित किया जाए और धार्मिक स्थलों की मर्यादा भंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।घटना के दिन ही दोनों पक्ष थाना सांची पहुंच गए तथा एक दूसरे की शिकायत की परन्तु थाना प्रभारी नितिन अहिरवार ने दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामला शांत कराया।इस मामले में थाना प्रभारी नितिन अहिरवार ने कहा कि दोनों पक्षो को समझाईश देकर मामला शांत करा दिया गया था ।यह उनका आपसी विवाद है।वहीं, बलराम मालवीय ने आरोपों को निराधार बताते हुए इसे एक राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा कि एक युवक को पानी भरते देखा अंधेरे मे पहचान नहीं सके थे जब पहचाने तो विवाद खत्म हो गया ।परन्तु इसमे पर्दे के पीछे इस विवाद को बढाकर छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि इस मामले को सुलझा लिया गया था बाद में ईस मामले को तूल पकडाया जा रहा था। बहरहाल इस स्थल पर राजनैतिक गलियारों में भी शराब अपनी पैंठ जमाने से चर्चित हो रही है ।तथा ऐसे मामले देखने सुनने को मिल जाते है जिससे न केवल सत्ता बल्कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंत्रियों के साथ फोटो खिंचवाने वालों से उनकी भी छवि खराब करने के प्रयास चल रहे हैं ।