घोड़ापछाड़ नदी का पानी पुल पर आ जाने से 7 गांव का रास्ता बंद, हजारों ग्रामीण परेशान
-भरतीपुर रोड पर 3 फिट तक भरा हुआ है पानी
-शनिवार को हलाली डेम का तीसरा गेट भी खोला गया
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
प्रदेश में तेज़ बारिश का दौर जारी है। जिसकी वजह से कई नदी चढ़ गई हैं। और कई जगह डेम भरने के कारण उनके गेट खोले गए हैं। ऐसे ही एक मामले में सांची जनपद के शाहपुर भरतीपुर रोड पर घोडापछाड़ नदी का पानी पुल से 3 फिट ऊपर तक बह रहा है। रास्ता बंद होने से लगभग 7 गांवों के हज़ारों ग्रामीण फंसे हुए हैं। इन गांवों में शाहपुर, भरतीपुर, कालिटोर पिपरई, बेसर, कालोनी, मादा, जोगीपुरा गांव शामिल हैं। सलामतपुर थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी ने पुलिस बल के साथ शनिवार को भरतीपुर रोड पर घोडापछाड़ नदी का निरीक्षण किया और ग्रामीणों को पानी में से नही निकलने की समझाईश दी।
शनिवार को हलाली डेम का तीसरा गेट भी खोला गया---हलाली डेम का वाटर लेबल 1506 तक पहुंचने के बाद शुक्रवार को 2 गेट खोले गए थे। शनिवार को फिर से 1 गेट और खोला गया है। अगर हलाली का जलस्तर 1512 के पार जाता है तो पांचों गेट खोल दिए जाएंगे। हलाली डेम से विदिशा-रायसेन के लिए पेयजल की व्यवस्था भी होती है।हलाली का पानी सिर्फ सिंचाई के लिए ही नहीं उपयोग होता, बल्कि विदिशा और रायसेन शहर के लोगों की प्यास बुझाने में भी होता है। इसके अंतर्गत विदिशा जिले के 115 गांव और रायसेन जिले के 35 गांव कमांड एरिया में आते हैं। और दो शहरों के लिए पेयजल की आपूर्ति भी डेम से ही की जाती है। 34 किमी लंबी पाइप लाइन से रायसेन शहर के फिल्टर प्लांट तक पानी लाया जाता है तो नहरों में पानी छोड़कर विदिशा के पास से गुजरी बेतवा में पानी छोड़ा जाता है। इससे रायसेन के 8500 और विदिशा के 26 हजार नल कनेक्शन के माध्यम से घर-घर पानी पहुंचाया जाता है। अब सांची नगर के लिए भी हलाली से ही पानी लाने के लिए काम किया जा रहा है। वहीं हलाली की नहरों से रबी सीजन में सिंचाई भी होती है।