-टक्कर मारकर बस चालक मौके से हुआ फरार

-भोपाल विदिशा हाइवे 18 पर बसों की अंधी रफ्तार के चलते हो रहे हैं हादसे

-सलामतपुर पुलिस ने बस चालक के विरुद्ध किया मामला दर्ज

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। एडिटर इन चीफ IND28.COM

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे पर चलने वाली यात्री बसें तेज़ व अंधी रफ्तार से चल रही हैं। इनकी रफ्तार की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में बुधवार रात को विदिशा से अपने गांव गीदगढ़ मोटरसाइकिल एमपी04 क्यूवी 3420 से जा रहे चालक की मोटरसाइकिल में भोपाल विदिशा हाइवे 18 पर सलामतपुर कलारी के पास पीछे से टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। मोटरसाइकिल चालक राजकुमार प्रजापति को सिर में गंभीर चोटों के चलते पहले सांची सिविल अस्पताल फिर विदिशा मेडिकल कॉलेज और स्तिथि ज़्यादा ही गंभीर होने पर भोपाल रेफर किया गया है। पुलिस ने आरिफ बस एमपी04 ज़ेडटी 5354 के चालक पर घायल के भाई नारायण सिंह प्रजापति की रिपोर्ट पर धारा 279, 337 आईपीसी का मामला पंजीबद्ध किया गया है।

 

दोनों भाई अलग अलग बाइकों से जा रहे थे अपने घर---घटना के चश्मदीद गवाह घायल के भाई नारायण सिंह प्रजापति ने बताया कि दोनों भाई अलग-अलग मोटरसाईकिलों से विदिशा से लौटकर अपने घर गीदगढ़ गांव जा रहे थे। तभी रास्ते में सलामतपुर कलारी के पास विदिशा की तरफ से तेज़ व लापरवाही से आ रही आरिफ बस एमपी04 ज़ेडटी 5354 ने राजकुमार की मोटरसाइकिल में पीछे से ज़ोरदार टक्कर मार दी। जिससे उसके सिर, हाथ पैर में गंभीर चोटें आई हैं। घटना के समय में भी बाल बाल बच गया। बस चालक टक्कर मारकर मौके से फरार हो गया।

भोपाल विदिशा रोड पर बसों की तेज़ रफ्तार के चलते हो रहें हैं हादसे---भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर सैंकड़ों की संख्या में बसें व अन्य वाहन प्रतिदिन अंधी रफ्तार से निकलते है। जिनकी रफ्तार पर लगाम लगाना आवश्यक है। एक सप्ताह की भीतर ही इस रोड पर कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी है। लेकिन आरटीओ विभाग या पुलिस विभाग इन बसों या डंपरों पर कार्रवाई नही करता है। जिसकी वजह से इनके ड्राइवरों के हौसले बुलंद हैं। और वह बसों को अंधी रफ्तार से दौड़ा रहे हैं। अभी कुछ समय पहले ही घोड़ापछाड़ पुल पर एक चलती हुई यात्री बस का डीज़ल टैंक निकलकर पुल पर गिर गया था। जिसकी वजह से बस पुल के बीचों बीच रुक गई और हाइवे के दोनों और लगभग दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। सलामतपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बड़ी मशक्कत के बाद बस को पुल से हटवाया तब कहीं जाकर हाइवे पर यातायात सुचारू रूप से शुरू हो पाया था। वहीं सांची शहर में भी एक चार्टर्ड बस ने तेज़ रफ़्तार से एक स्कार्पियो को उड़ा दिया था। जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इसी तरह कुछ समय पूर्व विदिशा से भोपाल सवारी लेकर जा रही प्रीत कंपनी की बस के पिछले चारों पहिए निकल जाने से बस में बैठे कई लोग घायल हो गए थे। ये प्रीत ट्रैवल्स की बस क्रमांक एमपी04 पीए 3154 दोपहर लगभग 2 बजे भोपाल विदिशा हाइवे के दीवानगंज देहरी गांव के पास चलती बस के पिछले चारों पहिए निकलकर खेत में पहुंच गए थे। इस हादसे में बस में सवार 8 से 10 लोग घायल हो गए थे। जिन्हें उपचार के लिए 108 की मदद से भोपाल भेजा गया था।वहीं हादसे के बाद विदिशा भोपाल हाईवे पर कुछ देर के लिए जाम की स्तिथि भी बन गई थी। और दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी।  

खटारा व तेज़ रफ़्तार बसों पर आरटीओ विभाग नही करता कार्रवाई---भोपाल-विदिशा स्टेट हाईवे 18 व एनएच 146 पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में तेज रफ्तार खटारा बसें व डंपर दौड़ रहे हैं। जिनका आरटीओ द्वारा कभी भी फिटनेस चेक नहीं किया जाता है। ये खटारा बसों द्वारा यात्रियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां गोर करने वाली बात यह है कि रायसेन आरटीओ प्रतिदिन सलामतपुर, दीवानगंज, त्रिमूर्ति चौराहा, सांची आदि जगहों पर चेकिंग कर रहे हैं। लेकिन उनको ये खटारा डंपर और तेज़ रफ़्तार बसें नज़र नही आ रही हैं। जिसकी वजह से यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। स्थानीय नागरिकों ने कहा है कि अगर शीघ्र ही इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर या ज़िग-ज़ैग नही रखे गए तो इस तरह की गंभीर दुर्घटनाएं होती रहेंगी।स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि नगर में शीघ्र ही स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं या इनकी गति पर नियंत्रण किया जाए। अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

शांति समिति बैठक में भी कई बार उठ चुका है यह मुद्दा---पूर्व में पुलिस थाने में हुई शांति समिति की बैठकों में कई बार नगरवासियों ने रफ़्तार पर नियंत्रण करने हेतू जिगजेक बनाने और यातायात हवलदार तैनात करने की मांग कई बार की है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है। लगता है कि पुलिस और प्रशासन को किसी बड़ी घटना होने के बाद होने वाले जंगी आंदोलन का इंतज़ार है।

प्रतिदिन हाइवे से निकलती हैं लगभग 100 बसें--भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दबाब रहता है। यहां से प्रतिदिन लगभग सौ बसें निकलती हैं जो विदिशा, रीवा, टीकमगढ़,छतरपुर, सागर ,बीना ललितपुर , झाँसी  से इंदौर जाने वाली चार्टेड बसें तो अंधी रफ़्तार से चलती ही हैं। इसके साथ ही भोपाल से विदिशा चलने वाली बसें, डम्फर ईंट, ढोने बाली 407 , डीजल टेंकर अंधी रफ़्तार से चलते हैं। जिससे इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं। और यातायात विभाग इन वाहनों से सिर्फ चौध वसूली कर अपनी डियूटी पूरी कर लेता है। शासन प्रशासन को शीघ्र इस और ध्यान देकर समस्या का समाधान करना चाहिए।

स्टेट हाइवे 18 को 4 लाईन करने से तेज़ रफ़्तार पर लग सकता है अंकुश--भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे सड़क काफी छोटी है। इस इस मार्ग पर यातायात का अत्यधिक दवाब रहता है। जिसकी वजह से आए दिन बड़ी दुर्घटनाएं यहां पर घटित हो रही हैं। अभी कुछ दिन पूर्व ही विदिशा के 3 पत्रकार सड़क हादसे में अपनी जान गवां चुके हैं। अभी एक सप्ताह पहले ही हलाली डेम रोड पर एक कार चालक ने दो वाहनों को टक्कर मार दी थी। जिसमें दीवानगंज गांव के एक युवक की मौत भी हो गई थी। अब सलामतपुर के ग्रामीणों ने हाइवे को फ़ोर लाइन करने की मांग की है। 

इनका कहना है।

एक्सीडेंट के मामले में आरिफ बस एमपी04 ज़ेडटी 5354 के चालक के विरुद्ध धारा 279, 337 आईपीसी का मामला दर्जकर विवेचना में लिया है। शीघ्र ही तेज़ रफ्तार व लापरवाही से चलने वाली बसों पर कार्रवाई की जाएगी।

दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM