अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

साँची बौद्ध -भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में हिन्दी पखवाड़ा के समापन पर महात्मा गाँधी और लालबहादुर शास्त्री के विचारों में समानता पर चर्चा हुई। जन्म दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि निदेशक, दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान डॉ. मुकेश कुमार मिश्र ने गाँधी और लालबहादुर शास्त्री के विचारों में समानता बतलाते हुए कहा की गाँधी और शास्त्री लोगों के मन में आज भी विराजमान हैं,आपने यह भी कहा की बुद्ध के बाद विदेशों में गाँधी के अलावा और कोई अभी तक नहीं पूजा जाता है। इसका कारण महज इतना रहा की विश्वभूमि को उन्होंने शांति का सन्देश दिया था।अध्यक्षयीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो वैद्यनाथ लाभ ने कहा कि हमें अपने जीवन को सफल बनाने के लिए महापुरुषों को स्मरण करते हुए कम से कम एक संकल्प लेने के साथ ही अपने जीवन में उस लिए संकल्प के साथ जीने का भरसक प्रयास करना चाहिए। उन्होंने गाँधी जी के विश्व बंधुत्व और करुणा के साथ गाँधी जी के ट्रस्टीशिप के सिद्धांत को भी विस्तार से समझाया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अल्केश चतुर्वेदी ने स्वागत वक्तव्य तथा महात्मा गाँधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के योगदान पर अपनी बातें रखी। इस अवसर पर हिन्दी विभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा में आयोजित विविध प्रतियोगिताओं के  अंतर्गत प्रथम, द्वितीय, तृतीय, स्थान प्राप्त किए छात्रों - छात्राओं को पुरस्कार दिये गए। हिन्दी विभाग प्रभारी डॉ राहुल सिद्धार्थ की अगुवाई में युवा कवि सम्मेलन, भाषण प्रतियोगिता, निबंध, कविता पाठ जैसे विविध आयोजन हिन्दी पखवाड़ा में किये गये। अधिष्ठाता प्रो. नवीन कुमार मेहता ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए गांधीवादी विचारों को जीवन में उतारने का आव्हान किया।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28