अदनान खान सलामतपुर रायसेन। एडिटर इन चीफ IND28.COM

सांची जनपद की कई ग्राम पंचायतों में साफ सफाई पर ध्यान नही दिया जा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में अम्बाडी गांव के माध्यमिक एवं प्राथमिक स्कूल जाने के लिए बच्चों को कूड़े-कचरे के ढेर के बीच से होकर शिक्षा के मंदिर तक पहुंचना पड़ता है। यह तस्वीर है, रायसेन जिले के एक ऐसे शिक्षा मंदिर की जहां बच्चों को कूड़े-कचरे एवं गंदगी के बीच से होकर जाना पड़ता है। ये जानते हुए भी कि गंदगी से उन्हें संक्रमण व बीमारी का खतरा हो सकता है। लेकिन बच्चों को जिद है, पढ़ने की, स्कूल जाने की, चाहे रास्ते कितने भी गंदे हों। उनके कदम नहीं रुक रहे हैं। हम बात कर रहे हैं। सांची जनपद के अम्बाडी गांव स्थित शासकीय माध्यमिक एवं प्राथमिक स्कूल की। स्कूल के रास्ते की स्थिति कैसी है, यह बताने के यह एक फोटो ही काफी है। वहीं स्कूल प्रांगण में भी चारों तरफ पानी भरा रहता है और गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। और रास्ते में कूड़ा कचरा एवं गंदगी की भरमार है। यहां स्वच्छता भी आते - आते दम तोड़ रही है। स्कूल का रास्ता कूड़ेदान बन कर रह गया है। बच्चे मुंह पर हाथ रखकर या रुमाल लगाकर स्कूल जाते हैं। स्कूल के रास्ते का हालात देख कर ऐसा लगता है कि अधिकारी नेता भी अपनी आंखें बंद किए हुए है। बंद भी क्यों न हो यहां उनके बच्चे नहीं पढ़ते हैं ना सिर्फ यहां गरीबों के बच्चे पढ़ने आते हैं।बच्चों को बैठने के लिए बेंच तक उपलब्ध नहीं है। सभी बच्चे जमीन पर बैठते हैं। सबसे बड़ी समस्या है स्कूल जाने वाले रास्ते पर अतिक्रमण व गंदगी है। इससे हर कोई परेशान है। स्कूल के एक शिक्षक ने बताया कि यहां की समस्या से सभी लोग अवगत है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। 

नायब तहसीलदार ने सचिव को दिए थे गड्डा बंद करने के निर्देश------कुछ दिनों पहले मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंची सांची नायब तहसीलदार को भी स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रांगण में बने गड्ढे में पानी भरे होने की समस्या बताई थी।तहसीलदार मैडम ने भी सिर्फ औपचारिकता दिखाते हुए सचिव को गड्ढा बंद करने का बोलकर चली गई थी। मगर आज तक वह स्कूल प्रांगण में स्थित पानी का तालाब नुमा गड्ढा नहीं भर सका है। उक्त गड्ढे से हरदम खतरा बना रहता है। ऐसा नहीं हो कि समस्या से अधिकारियों को पता नहीं हो समय-समय पर यहां आला अधिकारी भी आते रहे हैं मगर किसी को यहां की साफ सफाई के बारे में दिलचस्पी नहीं ली। यही वजह है कि अम्बाडी स्कूल कूड़ा दान बनकर रह गया है और पूरे गांव का पानी इस के प्रांगण में इकट्ठा होता है। जो कहने को तो बड़ा ग्राउंड है मगर पानी के अलावा बच्चों को खेलने कोई जगह नहीं बचती। पानी में मच्छर मक्खी पनप रही हैं तो वही गांव के जिम्मेदार लोग भी स्कूल के रास्ते पर ही कूड़ा कचरा डालते हैं

इनका कहना है।

सांची तहसीलदार मेडम ने स्कूल के पास से कूड़े और गंदगी साफ करवाने के साथ ही गड्ढे को पुरवाने के निर्देश दिए थे। 2 दिन में गड्ढे को पुरवा दिया जाएगा।

लक्ष्मीनारायण शाक्य, सचिव ग्रा.पं. अम्बाडी

मुझे स्कूल आने में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। रास्ते में कूड़े के ढेर और बहुत कीचड़ होती है। जिसकी वजह से कभी कभी कीचड़ पानी में गिर भी जाते हैं। और बदबू के मारे नाक पर रुमाल रखकर स्कूल पहुंच पाते हैं। 

उषा, छात्रा कक्षा तीसरी।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM