-आदिवासी किसान ने कलेक्ट्रेट और तहसील में 1 महीने पहले की शिकायत नही हुई सुनवाई

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। एडिटर इन चीफ IND28.COM

जहां मध्यप्रदेश में सरकार अपने आपको आदिवासी हितेषी बताती है तो वहीं दूसरी और आदिवासियों को आज भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामला है रायसेन जिले के सांची विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम कालीटोर पिपलई का जहां सड़क ठेकेदार द्वारा शासकीय सड़क का निर्माण ग्राम केमखेड़ी से कालीटोर पिपलई तक किया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा सड़क को समतलीकरण के लिए आदिवासी रतनलाल पिता नाथूराम के खेत से ठेकेदार ने यह बोलकर 300 फीट चौड़ा 15 फीट गहरा गड्ढा कर दिया कि जमीन को बाद में मिट्टी डालकर समतलीकरण कर देंगे। मगर ठेकेदार द्वारा गरीब आदिवासी की जमीन का अभी तक समतलीकरण नहीं किया है। रतनलाल आदिवासी ने कलेक्टर तहसील कार्यालय से लेकर सब जगह आवेदन दे दिए मगर कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई है।आदिवासी रतनलाल ने बताया कि शासन द्वारा उन्हें 06 अक्टूबर 2008 को शासकीय भूमि जिसका रकबा 0.778 हेक्टेयर है का पट्टा खेती किसानी करने के लिए उनके पिता को मिला था। अब वह उक्त भूमि पर खेती किसानी करते हैं। रोड ठेकेदार द्वारा झूठा आश्वासन देकर उनकी 25 डेसिमिल कृषि भूमि में 300 फीट चौड़ा और 15 फीट गहरा गड्ढा खोदकर मिट्टी निकाल कर सड़क पर डाल दी है। और उनकी जमीन में गहरा गड्ढा हो गया है। जिससे उक्त भूमि पर फसल नहीं लगा पा रहे हैं। परिवार की आजीविका चलाने का एकमात्र साधन कृषि भूमि है और आंखों से भी कम दिखता है। सड़क ठेकेदार द्वारा मिट्टी निकालने के बाद समतलीकरण की बात कही गई थी। मगर अब ठेकेदार द्वारा खेत का समतलीकरण नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में कलेक्ट्रेट कार्यालय, तहसील कार्यालय, एसपी ऑफिस में भी आवेदन दे चुके हैं मगर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आदिवासी किसान दफ्तरों के चक्कर लगाने को मजबूर है।

इनका कहना है।

बारिश के कारण रोड निर्माण कार्य बंद था। इसलिए आदिवासी के खेत में किए गड्डे को बंद नही कर पाए। शीघ्र ही गड्ढे को पूर दिया जाएगा।

आशीष शुक्ला, रोड ठेकेदार।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM