-गांव की सैंकड़ों महिलाओं ने कलेक्टर जनसुनवाई में दिया था आवेदन नही हुई सुनवाई

-ज़िम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते बन रहे हैं यह हालात

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

मध्यप्रदेश सरकार ने पीने का पानी घर-घर तक पहुंचाने के लिए नल जल योजना बनाई है। योजना के तहत रायसेन जिले में शासन के करोड़ों रुपये खर्च कर नल के माध्यम से घर-घर पानी पहुंचाने का दावा किया गया। मगर आज भी जिले के कई गांव ऐसे हैं जहां नल जल योजना नहीं पहुंच पाई है और ग्रामीण एक-एक बूंद पानी के लिए भटकते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है जिले के विकासखंड अंतर्गत आने वाला ग्राम भंवरखेड़ी हिनोतिया में जहां स्वीकृति के बाद भी नलजल योजना के तहत अब तक पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। जिससे ग्रामीण परेशान है और दो हैंडपंप के सहारे पूरा गांव है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि एक हैंडपंप तो हमेशा खराब रहता है वहीं दूसरे हैंडपंप में भी गंदा पानी आता है। उस पर भी ग्रामीणों की भीड़ रहती है। जिससे आए दिन महिलाओं में पानी को लेकर लड़ाई झगड़े होते हैं। वहीं हैंडपंप का पानी पीने योग्य नहीं है। गंदा पानी आता है। ग्रामीण महिलाएं खेतों के ट्यूबवेल से पानी भरने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि कई बार कलेक्ट्रेट कार्यालय जनसुनवाई में आवेदन दे चुके हैं मगर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

गांव में बनी हुई जल संकट की स्तिथि---प्रदेश सरकार की हर घर नल से जल देने की योजना जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है। करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में जलसंकट की स्थिति बनी हुई है।गांव-गांव नल जल योजना के तहत पानी टंकी बनाकर पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने की योजना का लाभ ग्रामीणों को समुचित तरीके से नहीं मिल रहा है। सांची के गीदगड़ पंचायत के हिनोतिया भंवरखेड़ी गांव में इस योजना के तहत गांव में अभी तक नई पाइप लाइन ही नही बिछाई गई है। साथ ही लोगों को पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नल कनेक्शन भी नही दिए गए है। नल कनेक्शन मिल जाते तो लोगों को उम्मीद बंध जाती की उन्हें अब पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। और सुबह वा शाम दोनों समय उन्हें पानी की सुविधा मिलने लगेगी। बोर होने के साल भर बाद भी ग्रामीणों के नल जल योजना का लाभ नही मिल पा रहा है। वहीं गांव में सिर्फ दो हैंडपंप है उसमें से 1 खराब और दूसरे से कम पानी कम आ रहा है। जिनसे ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में ग्रामीण पानी के लिए दर-दर भटकते हुए नजर आ रहे हैं। वही ग्रामीणों का कहना है कि अगर समस्या जल्द ही सही नहीं की गई तो आगे उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।

22 अगस्त को हिनोतिया भंवरखेड़ी की सैंकड़ों महिलाएं पहुंची थी कलेक्ट्रेट कार्यालय दिया था आवेदन-----जहां सरकार द्वारा दावा किया जाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नलजल योजना के माध्यम से घर-घर पानी पहुंचाया जा रहा है। मगर इन दावों की हकीकत कुछ और ही है। सांची विकासखंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत गीदगड़ के ग्राम हिनोतिया भंवरखेडी के ग्रामीण बड़ी संख्या में 22 अगस्त को रायसेन कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे। यहां पर ग्रामीणों ने कलेक्टर को आवेदन देते हुए बताया कि उनके गांव में नल जल योजना के तहत बोर तो करवा दिया गया है। मगर अभी तक ना तो बोर में मोटर डाली है और ना ही नल जल योजना के तहत पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। जिससे ग्रामीणों को पानी की बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गांव में एक ही है उसी के सहारे पूरा गांव पीने के पानी के लिए निर्भर है। महिलाएं दूर-दूर से पानी लाने को मजबूर हैं कई बार शिकायत करने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनकी शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नही हुआ।

पूर्व सीएम के संकल्प पर अफसर फैर रहे पानी----पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 2023 तक सभी गांवों में नल से जल पहुंचाने का संकल्प लिया गया था। उन्होंने कहा था कि सरकार द्वारा गांवों के विकास के साथ-साथ लोगों के कल्याण के लिए, उनके विकास के लिए भी प्रमुखता से काम किया जा रहा है। सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में नल से जल पहुंचाने का काम बड़े जोर शोर से किया जा रहा है कि महिलाओं को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। उन्हें घर पर ही नल से पानी उपलब्ध होगा, कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन सांची जनपद के गीदगड़ पंचायत के हिनोतिया भवरखेड़ी गांव में ऐसा नहीं हो रहा है । पीएचई विभाग के ज़िम्मेदार अधिकारी सरकार की जल जीवन मिशन योजना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। और लाखों रुपए बर्बाद करके निर्माण कार्यों को शो पीस बनाया जा रहा है। जिसकी वजह से गांव की महिलाओं को परेशान होकर घंटों इंतेज़ार के बाद पीने का पानी मिल पा रहा है। 

इनका कहना है।

गांव की जनता पानी के लिए परेशान रहती है। गांव में दो ही हैंडपंप हैं। 1 हैंडपंप खराब है। 1 ही चालू है। लेकिन पानी हमारे घर तक नही पहुंच पा रहा है। महिलाएं व बच्चों को सुबह से ही पानी के लिए परेशान होना पड़ता हैं। नलजल योजना शुरू होने के इंतेज़ार में 1 साल से बंद पड़ी है। अगर शीघ्र ही हमारी समस्या का समाधान नही हुआ तो हम आंदोलन करेंगे।

शांति बाई, स्थानीय महिला हिनोतिया भंवरखेड़ी

पानी भरने के चक्कर में हम लोग मजदूरी करने नही जा पा रहे हैं। गांव में एक ही पीने के पानी का हैंडपंप हैं जो लगभग 200 से 300 घरों के पीने के पानी का सहारा है। गांव में नल जल योजना का बोर हुआ तो हम लोग खुश हुए की अब पानी की समस्या समाप्त हो जाएगी। लेकिन 1 साल बीत जाने के बाद भी समस्या वहीं की वहीं है। 

शकुंतला बाई, स्थानीय महिला।

हमारे गांव में पानी की बहुत बड़ी समस्या है। यहां पर 1 ही हैंडपंप होने की वजह से सुबह से ही पानी भरने के लिए महिलाओं की लंबी लंबी लाइने लगती हैं। जब वोट लेना होता हैं तो नेता हमें कहीं बहन बना लेंगे हमारे पेर पड़ेंगे। परन्तु जब समस्या होती है तो कोई नही आता समस्या खत्म करने।

संगीता प्रजापति, स्थानीय रहवासी।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM