-शिक्षकों को 10 बजे पहुंचना है स्कूल लेकिन 11 बजे तक लगे हैं ताले 

-जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते बने हुए हैं ऐसे हालात

सतीश मैथिल सांचेत की लाईव रिपोर्टिंग। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

कस्बा सांचेत के समीप ग्राम धनाश्री और बहेड़िया ओर वामनोद शालाओं का लाईव निरीक्षण शनिवार को IND28 के संवाददाता ने किया। शिक्षक सुबह ग्यारह बजे तक भी शाला नहीं पहुंच रहे हैं। क्षेत्र में शिक्षकों व विभाग की उदासीनता से विद्यालय की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। आलम यह है कि कहीं समय से शिक्षकों के न पहुंचने से स्कूल नहीं खुलता तो कहीं बच्चे ही नहीं आ रहे हैं। कहीं विद्यालय में मिड-डे मील नहीं बन रहा है तो कहीं किताबों के न मिलने से पुरानी किताबों से पठन-पाठन कार्य चल रहा है।

सरकार शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए सर्व शिक्षा अभियान, एमडीएम, किताबों व ड्रेस पर पानी की तरह पैसा बहा रही है। जूनियर विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अनुदेशक व विषय विशेषज्ञों की तैनाती भी है, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है। सांचेत संकुल क्षेत्र में आने वाले ये स्कूल शिक्षा क्षेत्र में बहुत पिछड़ रहे है इनमें शिक्षको की मनमानी चलती है 

संकुल प्रभारी करण सिंह राठौरिया ने बताया की सभी शालाओं का टाइम सुबह 10.30 बजे से शाम 4.30 तक का है लेकिन हर शिक्षक ओर शिक्षिका को शाला परिसर सुबह दस बजे पहुंचना अनिवार्य हैं।

शनिवार को सुबह 10.45 पर शासकीय प्राथमिक शाला बहेड़िया में ताला लटक रहा था। शाला के बाहर छात्र छात्राएं अपने बैग लेकर घूम रहे थे सभी स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन अभी तक यहां कोई नहीं आया था। बच्चों ने बताया कि यहां पर एक सर ओर एक मैडम तैनात हैं। स्कूल आए दिन देर से खुलता हैं 

यही आलम है ग्राम वामनोद में शासकीय प्राथमिक शाला का सुबह यहां पर 11 बजे के लगभग ताला लटक रहा था ऐसा प्रतीत होता है जैसे सरकार का इन पर कोइ खोप ही नही ये स्कूल इन्ही के है जब मर्जी आयेंगे जब मर्जी होगी तब जाएंगे 

यही हाल सुबह 10.40 ग्राम धनाश्री प्राथमिक शाला का मिला शाला में लगे ताले को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता खोल कर ये साबित करना चाहती है की शाला टाइम से खुल रही है पर शिक्षक ना शिक्षिका कोई भी उपस्थित नही हुऐ ऐसे कैसे चलेगा स्कूल चले हम आभियान 

"इस समय सभी शिक्षकों के हाल है ये कि सैयां भय कोतवाल तो फिर डर काहे का"

न्यूज़ सोर्स : IND28 हर खबर पर पैनी नज़र