वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

कहने को तो इस ऐतिहासिक स्थल पर विकास के बडे बडे वादे हो रहे हैं तथा लाखों करोड़ों रुपए के विकास की चर्चा भी जोरों पर सुनाई दे रही है परंतु इन विकास के नाम पर लोगो को समस्या से जूझने समस्या खडी की जा रही हैं इस ओर प्रशासन को सुध लेने की फुरसत नहीं मिल पा रही है ।जानकारी के अनुसार इस विश्व प्रसिद्ध स्थल पर इसे विकासशील की श्रेणी में लाकर खडा करने की कवायद जोरशोर से चल रही हैं तथा शासन की लाखों करोड़ों रुपए की राशि विकास की भेट चढ रही हैं इसी कडी मे इस स्थल पर घर घर पेयजलापूर्ति हेतु करोडों की लागत से जल योजना की स्वीकृति मप्र नगरीय सेवाओं के उन्नयन कार्यक्रम अंतर्गत एशियन डेवलपमेंट के लिए वित्तीय सहायता से कार्य जारी हुए लंबा समय बीत चुका है यह कार्य मप्र अर्बन डेवलपमेंट कंपनी द्वारा किये जा रहे है इस कार्य के अंतर्गत पाइप लाइन जगह जगह नगर की पक्की सडको को खोदकर बिछाने की कवायद चल रही है  जबकि इस स्थल की सडको का कायाकल्प राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा करोड़ों की लागत से किया गया था तब लोगों को इस नगर में जर्जर हालत की सडको से छुटकारा मिल गया था परंतु उक्त मलजल योजना अंतर्गत निर्माणाधीन कंपनी द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग की सडको को जगह जगह खोदकर ध्वस्त कर दिया गया सडको पर बीचोबीच बनाये गए पाइप लाइन पाइंट को बार बार खोदने का काम थमने का नाम नहीं ले रहा है जिससे लगातार आवागमन तो बाधित हो ही रहा है बल्कि पैदल चलने वाले लोगों को भी खासी परेशानी उठानी पड़ रही हैं बार बार गहरे गढ्ढे खोदकर क ई क ई दिन छोड़ दिये जाते है जिनसे पक्की सडको जिनपर राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग करोड़ों खर्च कर चुका है पलीता लग रहा है इन गहरे गढ्ढों से दुपहिया चार पहिया वाहनों सहित पैदल चलने वाले लोगों को भी अनहोनी का खतरा मंडरा रहा है बावजूद इसके कंपनी एक एक पाइंट पर अनेक बार खुदाई कर समस्या खडी कर रही हैं हालांकि ऐसा नहीं है कि जिला प्रशासन के लोग अनभिज्ञ हो परन्तु राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा निर्मित सडको को बचाने कोई आगे आने की हिम्मत जुटा पा रहा है इसके साथ ही इन करोड़ों की लागत से निर्मित सडको की सुध न तो निर्माण करने वाली ऐजेंसी अथवा राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग  ही लेने आगे बढ़ सका है तथा नगर की मुख्य मार्ग पर निर्मित सडको को पाइप लाइन निर्माण ऐजेंसी पूरी तरह ध्वस्त करने की जुगत भिडा चुकी हैं । नगर की सडको को ध्वस्त होते देखने पर मजबूर हो चुका है ।इस मामले में समय समय पर सडको की विकास एवं अन्य निर्माण के नाम पर सडको को बचाने की मांग उठती रही है

न्यूज़ सोर्स : IND28 हर खबर पर पैनी नज़र