भारतीय सेना का दल सांची विश्वविद्यालय पहुंचा, देश-विदेश के ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी थे शामिल
सांची रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट। IND28.COM
-बौद्ध दर्शन, भारतीय दर्शन पर की उच्च स्तरीय चर्चा
-दल में जर्मनी, रूस, ब्रिटेन, मंगोलिया व नेपाल के उच्चाधिकारी
-बौद्ध-भारतीय संस्कृति व साहित्य संरक्षण पर नवाचारों को जाना
भारतीय सेना एवं अन्य देशों के 20 ब्रिगेडियर एवं समकक्ष वरिष्ठ सिविल सेवा अधिकारियों का दल आज सांची विश्वविद्यालय पहुंचा। दल में एक मेजर जनरल रैंक के अधिकारी भी सम्मिलित थे। भ्रमण के उद्देश्य से पहुंचे इस दल में जर्मनी, रूस, ब्रिटेन, मंगोलिया एवं नेपाल के उच्च अधिकारी भी शामिल थे। इस दल ने सांची विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता, कुलसचिव प्रो. अल्केश चतुर्वेदी व अन्य शैक्षणिक संकाय से उच्च स्तरीय चर्चा की।
चर्चा के दौरान कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता ने इन अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट सर्किट के दो रूटों के बारे में जानकारी दी। डॉ. गुप्ता ने बताया कि सांची से सम्राट अशोक के बेटे महेंद्र व बेटी संघमित्रा श्रीलंका की ओर गए थे। ये मठों(Monestry Route) वाला रूट था जिससे होता हुआ बौद्ध दर्शन, भारत के विभिन्न राज्यों पर अपना प्रभाव छोड़ता हुआ श्रीलंका पहुंचा था।जबकि, दूसरा रूट जिसके माध्यम से बौद्ध दर्शन चीन पहुंचा वो देश का सिल्क रूट था। यह आध्यात्मिक रूट(Spiritual Route) था। सिक्किम, लद्दाख होते हुए बौद्ध दर्शन ने चीन, विएतनाम, कंबोडिया और अन्य पूर्वी देशों जैसे कोरिया, जापान पर अपना प्रभाव स्थापित किया।कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता ने सेना के इस दल को बताया कि सांची विश्वविद्यालय अकादमिक रूप से इन क्षेत्रों में किस प्रकार से गहन शोध कार्य कर रहा है। तिब्बत, उज़बेक, अफ़गान के बौद्ध टेक्स्ट पर विश्वविद्यालय के शोधों के विषय में भी कुलपति महोदया ने इस दल को जानकारी दी।बौद्ध-भारतीय संस्कृति व साहित्य संरक्षण के उद्देश्य से किए जा रहे नवाचारों को सेना के इन उच्च अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया ताकि विश्व धरोहरों का इनके समक्ष अविस्मरणीय प्रदर्शन हो सके।सेना के अधिकारियों का अध्ययन भ्रमण उद्देश्य मध्य प्रदेश में प्रचलित विभिन्न कार्यक्रमों जैसे उच्च शिक्षा, पंचायत राज, ग्रामीण विकास, कानून व्यवस्था, सामाजिक न्याय, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, कृषि, गैर सरकारी संगठन के साथ-साथ ऊर्जा एवं विकास के विभिन्न पहलुओं के बारे में करीब से जानकारी प्राप्त करना है।राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली में प्रशिक्षणरत 120 वरिष्ठ अधिकारियों का देश के अलग-अलग राज्यों में 07 समूहों में भ्रमण कर रहा है। इनमें से एक समूह भोपाल में आर.सी.पी.व्ही नरोन्हा अकादमी भी पहुंचा था। जहां कल इन्होंने मध्य प्रदेश के राज्यपाल माननीय एम.सी पटेल , मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, डीजीपी व अन्य उच्च अधिकारियों से भेंट भी की थी।
ये उच्चाधिकारी राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय में 11 माह का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। यह दल सांची, भीमबेठका, उज्जैन और इंदौर के साथ-साथ प्रदेश के अन्य ज़िलों का भी भ्रमण करेगा।