भारतीय ज्ञान परंपरा के उदघोषक हैं बाबा साहब- प्रो. लाभ
-सांची विवि में बाबा साहेब को किया गया याद
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)
सलामतपुर स्तिथ साँची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 134 वें जन्म दिवस पर बौद्ध - दर्शन विभाग में वैचारिक संगोष्ठी आयोजित हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. वैद्यनाथ लाभ ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर केवल दलितों के मसीहा या नेता नहीं थे। अपितु सम्पूर्ण भारत वर्ष के नेता थे। लेकिन पता नहीं लोग उनके राष्ट्र निर्माण के योगदान को सीमा में क्यों बाँध लेते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बाबा साहब के विचार में सदैव भारतीय ज्ञान परम्परा का ही उदघोष मिलता है। उनका धर्मांतरण हो या उनके द्वारा संविधान सभा में किये गये कार्य हों, सभी में भारतीयता की झलक मिलती है । कार्यक्रम में मुख्य उद्बोधक प्रो. अल्केश चतुर्वेदी ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने अपने जीवन में जो संशोधन किया। वह भारतीय जनमानस के मूल को छूता है। वे भारतीय होने का गर्व करते हैं और भारत के प्राचीन गौरव को अपने विचारों से देश में स्थापित करने का प्रयास करते हैं । उन्होंने सुझाव दिया कि बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर के साहित्य को विश्वविद्यालय में रखा जाये और मूल विचार और सिद्धांतों पर शोध किया जाए। स्वागत वक्तव्य देते हुए बौद्ध - दर्शन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सन्तोष प्रियदर्शी ने कहा कि बाबा साहब बौद्ध धर्म को फिर से जनमानस की चेतना में लेकर आये। विषय-प्रवर्तन बौद्ध -दर्शन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रमेश रोहित ने किया।