-एक भी छात्र छात्राएं स्कूल नही पहुंचे, 8 बच्चों को पड़ा रहे दो शिक्षक 

सतीश मैथिल /अभिषेक लोधी सांचेत रायसेन।IND28.COM

सोमवार को रायसेन तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम वामनोद में शासकीय प्राथमिक शाला में सुबह 11 बजे के बाद ताला खुला। 11 बजकर 5 मिनट पर शाला पहुंचे शिक्षक टी तीग्य सर से बात की तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया। और उनके आने के दस मिनट बाद शिक्षक कैलाश साहू शाला पहुंचे। शिक्षक साहू से बात की ओर उनसे पूछा कि आप इतने लेट क्यों आए हो? तो उन्होंने बताया बच्ची को छोड़ने गया था इस चक्कर में लेट हो गया हूं।और शिक्षक साहू ने बताया की हमारी शाला में आठ छात्र छात्राएं है कक्षा एक से पांच तक की क्लास में और बच्चे शाला नही आते है हर रोज बच्चों के घर जाकर बुला कर लाना होता है तब भी बड़ी मुश्किल से तीन से चार बच्चे ही स्कूल आ पाते है।

ऐसे में ये व्यतीत होता है----  शासन ने फरमान जारी किया है कि स्कूल अब सुबह 10 बज कर 30 मिनट पर खुलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। जहां स्कूल समय पर खुल रहे है, वहां शिक्षक देर से पहुंच रहे हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षा गुणवत्ता चलाकर स्कूलों को सुधारने की कवायद की जा रही है, बावजूद हालात सुधर नहीं रहे है। मॉनीटरिंग के अभाव में व्यवस्था नहीं सुधर रही है। शासकीय योजनाओं का लाभ अब तक नहीं मिल पाया है। बच्चे पुराने यूनिफार्म पहनकर स्कूल पहुंच रहे हैं। बच्चे जरूरी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। सोमवार को नवदुनिया टीम ने सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक एक साथ क्षेत्र के 5 स्कूलों का दौरा किया, तब वास्तविकता सामने आई।वामनोद के प्राथमिक, करोद के माध्यमिक स्कूल को सुबह 10,30 बजे खुलना है, लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। विद्यार्थियों के आने का सिलसिला 10 बजे से शुरू हो जाता है, लेकिन ज्यादातर शिक्षक 11 बजे यानि पुराने समय पर ही पहुंचते हैं। शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा दिलाने की तमाम कोशिशों के बावजूद स्कूलों में शिक्षकों का लापरवाही पूर्ण रवैया नजारा आ रहा है। शासकीय शिक्षकों की लापरवाही का बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। ऐसे ही हालात रायसेन तहसील के ग्राम वामनोद के शाला का है,

 

न्यूज़ सोर्स : IND28.COM