मादा टोला गांव में 3 महीने से नल-जल योजना बंद, ग्रामीणों को हो रही भारी परेशानी

-ज़िम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण बन रहे हैं ऐसे हालात
-ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से लगाई समस्या के समाधान की गुहार
-जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीण करेंगे आंदोलन
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
रायसेन जिले के सांची विकासखंड अंतर्गत शाहपुर पंचायत के ग्राम मादा टोला के निवासी बीते तीन महीनों से नल-जल योजना के बंद होने की वजह से गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, योजना के तहत लगी मोटर जल जाने के कारण पानी की आपूर्ति पूरी तरह ठप पड़ी है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या को लेकर कई बार संबंधित विभाग और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं किया गया है। नतीजन, गांव के लोगों को पीने और दैनिक उपयोग के लिए पानी की व्यवस्था दूर-दराज के हैंडपंपों और निजी संसाधनों से करनी पड़ रही है। गौरतलब है कि ‘हर घर नल-हर घर जल’ योजना के तहत गांवों में नियमित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह योजना चलाई जा रही है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही से यह उद्देश्य विफल होता नजर आ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द मोटर की मरम्मत या नई मोटर की व्यवस्था कर नल-जल योजना को पुनः चालू किया जाए, ताकि उन्हें जल संकट से राहत मिल सके। यदि जल्द कोई कार्रवाई नहीं होती, तो ग्रामीण आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं।
गांव में बनी हुई जल संकट की स्तिथि---प्रदेश सरकार की हर घर नल से जल देने की योजना जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है। करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में जलसंकट की स्थिति बनी हुई है।गांव-गांव नल जल योजना के तहत पानी टंकी बनाकर पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने की योजना का लाभ ग्रामीणों को समुचित तरीके से नहीं मिल रहा है। सांची जनपद के मादा टोला गांव में हैंडपंप भी खराब हैं और कुछ हैंडपंप से कम पानी कम आ रहा है। जिनसे ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में ग्रामीण पानी के लिए दर-दर भटकते हुए नजर आ रहे हैं। वही ग्रामीणों का कहना है कि अगर समस्या जल्द ही सही नहीं की गई तो आगे उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
पूर्व सीएम के संकल्प पर अफसर फैर रहे पानी----पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 2023 तक सभी गांवों में नल से जल पहुंचाने का संकल्प लिया गया था। उन्होंने कहा था कि सरकार द्वारा गांवों के विकास के साथ-साथ लोगों के कल्याण के लिए, उनके विकास के लिए भी प्रमुखता से काम किया जा रहा है। सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में नल से जल पहुंचाने का काम बड़े जोर शोर से किया जा रहा है कि महिलाओं को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। उन्हें घर पर ही नल से पानी उपलब्ध होगा, कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन सांची जनपद के मादा टोला गांव में ऐसा नहीं हो रहा है । पीएचई विभाग के ज़िम्मेदार अधिकारी सरकार की जल जीवन मिशन योजना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। और लाखों रुपए बर्बाद करके निर्माण कार्यों को शो पीस बनाया जा रहा है। जिसकी वजह से गांव की महिलाओं को परेशान होकर घंटों इंतेज़ार के बाद पीने का पानी मिल पा रहा है।
इनका कहना है।
गांव की जनता पानी के लिए परेशान रहती है। महिलाएं व बच्चों को सुबह से ही पानी के लिए परेशान होना पड़ता हैं। नलजल योजना की मोटर 3 महीने से बंद पड़ी है। अगर शीघ्र ही हमारी समस्या का समाधान नही हुआ तो हम आंदोलन करेंगे।
शांति बाई, स्थानीय महिला मादा टोला गांव।
पानी भरने के चक्कर में हम लोग मजदूरी करने नही जा पा रहे हैं। गांव में नलजल योजना की मोटर 3 महीने से जली हुई पड़ी है। नतीजन, गांव के लोगों को पीने और दैनिक उपयोग के लिए पानी की व्यवस्था दूर-दराज के हैंडपंपों और निजी संसाधनों से करनी पड़ रही है
शकुंतला बाई, स्थानीय महिल मादा टोलाा।
हमारे गांव में योजना के तहत लगी मोटर जल जाने के कारण पानी की आपूर्ति पूरी तरह ठप पड़ी है। ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर कई बार संबंधित विभाग और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं किया गया है।
संगीता प्रजापति, स्थानीय रहवासी।