जैठ माह में पड़ेंगे अनेको त्यौहार: ज्योतिष मार्तंड पं. प्रवीण राजौरिया
सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)
शनि जयंती से लेकर बड़ा मंगल तक, ज्येष्ठ माह में पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार। ज्यौतिष मार्तंड पंडित प्रवीण राजौरिया ने बताया पूजा-पाठ और व्रत-त्योहार की दृष्टि से ज्येष्ठ महीना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में कई प्रमुख व्रत-त्योहार पड़ने वाले हैं पंडित राजौरिया से जानते हैं ज्येष्ठ महीने के तीज-त्योहार।
ज्येष्ठ माह के व्रत त्योहार---हिंदू धर्म के कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ माह साल का तीसरा महीना होता है. इसे जेठ मास भी कहा जाता है. ज्येष्ठ माह की शुरुआत वैशाख मास की पूर्णिमा तिथि के समाप्त होने के बाद होती है।अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह माह मई और जून में पड़ता है। इस साल ज्येष्ठ माह 24 मई से आरंभ हो रहा है। ज्येष्ठ मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह साल के सबसे बड़े महीनों में से एक माना जाता है। इस महीने में चिलचिलाती धूप का प्रकोप अपने चरम पर रहता है, यही कारण है कि इसे सबसे अधिक गर्मी वाला महीना कहा जाता है।व्रत और त्योहारों की दृष्टि से देखा जाए तो इस महीने में कई त्योहार पड़ते हैं जैसे- वट सावित्री व्रत, अपरा एकादशी, शनि जयंती, निर्जला एकादशी, गंगा दशहरा, बुढ़वा मंगल आदि ज्येष्ठ मास के बारे में विस्तार से जानते हैं. साथ ही इस मास में पड़ने वाले सारे त्योहारों की सही तारीख के बारे में जानते हैं।
ज्येष्ठ माह कब से कब तक है---हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होगा, जो ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन समाप्त होगा। इस प्रकार में ज्येष्ठ माह 24 मई से शुरू होगा और 22 जून को समाप्त होगा।ज्येष्ठ माह में किसकी पूजा होती है।विक्रम संवत कैलेंडर के अनुसार हर माह किसी न किसी देवी देवता से संबंधित होता है।ज्येष्ठ माह में त्रिवक्रम देव की पूजा करने का विधान है। सूर्यदेव, हनुमान जी, वरुण देव और शनिदेव की पूजा करें।
ज्येष्ठ माह के व्रत और त्योहार
24 मई शुक्रवार ज्येष्ठ माह आरंभ
26 मई रविवार एकदंत संकष्टी चतुर्थी
30 मई गुरुवार कालाष्टमी, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी
01 जून शनिवार हनुमान जयंती तेलुगु
02 जून रविवार अपरा एकादशी
04 जून मंगलवार मासिक शिवरात्रि प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष
06 जून गुरुवार ज्येष्ठ अमावस्या, वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
10 जून सोमवार विनायक चतुर्थी
11 जून मंगलवार स्कंद षष्ठी
14 जून शुक्रवार धूमावती जयंती, मासिक दुर्गाष्टमी
15 जून शनिवार मिथुन संक्रांति, महेश नवमी
16 जून रविवार गंगा दशहरा
17 जून सोमवार गायत्री जयंती
18 जून मंगलवार निर्जला एकादशी
19 जून बुधवार प्रदोष व्रत शुक्ल पक्ष
21 जून शुक्रवार वट सावित्री व्रत पूर्णिमा सबसे बड़ा दिन।
22 शनिवार ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, कबीर दास जयंती