सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

सांचेत 24 अप्रैल से शुरू होगा वैशाख माह, अक्षत तृतीया, मोहिनी एकादशी सहित पड़ेंगे ये व्रत त्योहार, पंडित अरुण शास्त्री ने बताया वैशाख माह में भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। पंडित अरुण शास्त्री बताते हैं वैशाख माह में पड़ने वाले व्रत त्योहारों के बारें हिंदू धर्म में हर एक महीने का विशेष महत्व है।हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख माह को दूसरा महीना कहा जाता है। 27 नक्षत्रों में से एक विशाखा नक्षत्र से संबंधित होने के कारण इस महीने को वैशाख माह के नाम से जानते हैं। इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। इसके अलावा देवी और परशुराम की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख माह 24 अप्रैल से शुरू हो रहा है, जो 23 मई 2024 को समाप्त हो रहा है। स्कंद पुराण में वैशाख मास को सभी महीनों में से उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस महीने सूर्योदय से पहले स्नान करके व्रत रखता है, तो उसे भगवान विष्णु की कृपा से पैसों की तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है और हर तरह के दुखों से मिल जाती है। इस माह जल का दान देना सबसे ज्यादा पुण्य का काम माना जाता है। 

वैशाख माह का महत्व के साथ पड़ने वाले व्रत-त्योहार---वैशाख माना है सबसे खास

स्कन्द पुराण के वैष्णव खण्ड अनुसार

न माधवसमो मासो न कृतेन युगं समम्।

न च वेदसमं शास्त्रं न तीर्थं गंगया समम्।

अर्थ -माधवमास यानी वैशाख मास के समान कोई मास नहीं है। सतयुग के समान कोई युग नहीं है। वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं है और गंगा जी के समान कोई तीर्थ नहीं है।

वैशाख महीना---हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा के अगले दिन यानी 24 अप्रैल से वैशाख माह आरंभ हो जाएगा, जो वैशाख पूर्णिमा या 23 मई को समाप्त होगा।

सफलता वैशाख माह का महत्व---हिंदू पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा के दिन चंद्रमा जिस नक्षत्र में होते हैं, तो वहीं माह आरंभ हो जाता है। ऐसे ही चैत्र पूर्णिमा पर चंद्रमा विशाखा में होते हैं, तो वैशाख माह आरंभ हो जाता है। इस नक्षत्र के स्वामी गुरु बृहस्पति माने जाते हैं। ऐसे में इस माह भगवान विष्णु की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और हर एक कष्ट से निजात मिल जाती है। इसके अलावा इस माह तुलसी और पीपल के पेड़ की पूजा करने का विशेष फल प्राप्त होता है।

वैशाख माह 2024 व्रत त्योहार---24 अप्रैल 2024 (बुधवार)- वैशाख माह शुरू

27 अप्रैल 2024 (शनिवार)- विकट संकष्टी चतुर्थी

1 मई 2024 (बुधवार)- कालाष्टमी

मई 2024 (गुरुवार)- पंचक शुरू

4 मई 2024 (शनिवार) - वरुथिनी एकादशी, वल्लभाचार्य जयंती

5 मई 2024 (रविवार) - प्रदोष व्रत (कृष्ण)

मई 2024 (सोमवार) - मासिक शिवरात्रि

मई 2024 (मंगलवार) - वैशाख अमावस्या, रबीन्द्रनाथ टैगोर जयंती

8 मई 2024 (बुधवार) - वैशाख अमावस्या, रबीन्द्रनाथ टैगोर जयंती

10 मई 2024 (बुधवार) -अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती

11 मई 2024 (गुरुवार) - विनायक चतुर्थी

12 मई 2024 (शुक्रवार) - शंकराचार्य जयंती, रामानुज जयंती

14 मई 2024 (मंगलवार) - वृषभ संक्रांति, गंगा सप्तमी

15 मई 2024 (बुधवार) - बंगलामुखी जयंती. मासिक दुर्गाष्टमी

16 मई 2024 (गुरुवार)- सीतना नवमी

19 मई 2024 (रविवार)- मोहिनी एकादशी, परशुराम द्वादशी

20 मई 2024 (सोमवार) - प्रदोष व्रत (शुक्ल)

21 मई 2024 (मंगलवार)- नरसिंह जयंती, छिन्नमस्ता जयंती

23 मई 2024 (गुरुवार)- वैशाख पूर्णिमा व्रत, बुद्ध पूर्णिमा, कूर्म जयंती।

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