अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

सांची के आमखेड़ा गांव में मानवता और संघर्ष की मिसाल पेश करने वाली एक घटना सामने आई है। दिव्यांग ओमप्रकाश अहिरवार उम्र 35 वर्ष ने अपनी मां छोटी बाई अहिरवार के निधन पर अपनी जिम्मेदारी निभाई। चलने-फिरने में असमर्थ ओमप्रकाश ने अपनी ट्राई साइकिल के सहारे न केवल मां को मुखाग्नि दी, बल्कि चिता की परिक्रमा भी की। ओमप्रकाश के पिता बुजुर्ग हैं और बड़ा भाई मानसिक रूप से अस्वस्थ। ऐसे में परिवार की यह जिम्मेदारी दिव्यांग ओमप्रकाश ने निभाई। इस घटना ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है और सोशल मीडिया पर यह तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। गांव के लोगों ने ओम प्रकाश के साहस और जज्बे की सराहना की। उनकी इस हिम्मत भरी कहानी ने दिखाया कि शारीरिक अक्षम होने के बावजूद इंसान अपने कर्तव्य को पूरा कर सकता है। इस घटना ने संवेदनशीलता और संघर्ष की अनूठी प्रेरणा दी है।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28