सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। IND28.COM

कस्बे में दो साल से योग क्लास नियमित रूप से चल रही हैं और अभ्यास भी कर रहे हैं। योग गुरु बृजमोहन सेन द्वारा बताया गया कि बताया कि वह अपने संगठन नेचुरोपैथी योग एंड स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फेडरेशन के माध्यम से भी कोरोना से बचाव को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जनजागरूकता का कार्य कर रहे हैं। वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से लोगों को बचाने व इम्युनिटी बढ़ाने में निरंतर योग अभ्यास करना कारगर साबित हो रहा है। प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के क्षेत्र में लगभग तीन दशक से जनजागरण का कार्य कर रहे योग गुरु बृजमोहन सेन का कहना है कि नियमित योग करने से मनुष्य निरोग रहता है।अधिकांश कोरोना संक्रमित मरीज लोगों ने भी योग का सहारा लेकर कोरोना पर विजय हासिल की है और बह आज भी स्वास्थ है बताया कि वह अपने संगठन नेचुरोपैथी योग एंड स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फेडरेशन के माध्यम से भी कोरोना से बचाव को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जनजागरूकता का कार्य कर रहे है।कोरोना को मात, योग के साथ मुहिम के तहत लोगों को समग्र स्वास्थ्य प्रदान करने के उद्देश्य से आनलाइन घर घर नियमित योग, बने सभी निरोग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। साथ ही लोगों में इम्युनिटी विकसित करने के लिए आयुष काढ़ा वितरित किया जा रहा है। उन्होंने कोरोना से मुक्ति पाने का योग को सशक्त साधन बताते हुए कहा कि है कि योग जीवन के सभी पहलुओं में सामंजस्य बैठाता है और रोग से निरोग होने का मार्ग प्रशस्त करता है। भ्रामरी प्राणायाम, अनुलोम- विलोम प्राणायाम, कपाल भाति आदि योगासन कोरोना से मुक्ति पाने में कारगर साबित हो रहे हैं। योगासन चिंता, क्रोध और अतिसक्रियता को घटाकर मनुष्य को तनावमुक्त बनाते हैं और पौरुष बल बढ़ाते हैं। बताया कि नियमित योग अभ्यास करने से हमारी शारीरिक, मानसिक एव आध्यात्मिक उन्नति होने के साथ ही हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता में आमूलचूल वृद्धि होती है।योग से निरोग कार्यक्रम के तहत होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे मरीजों को वीडियो कॉल के माध्यम से योग गुरु बृजमोहन सेन योग सिखा रहे हैं  प्रतिदिन 10 से 15 मरीजों से संपर्क कर उन्हें योग के लिए प्रेरित किया जाता है और इससे अधिक से अधिक लोग जल्दी ठीक हो रहे हैं।योग के प्रति लोगों की रुचि बढ़ी है।


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