सतीश मैथिल /अभिषेक लोधी सांचेत रायसेन। IND28.COM

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भारत बनेगा योग का विश्वगुरु यह बात योग आचार्य ब्रजमोहन सेन ने लोगो को योग करवाते हुए कही। उन्होंने बताया कि इस बार 21जून को भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की लगभग आधी आबादी योग करती ही है।कोरोना वायरस के कारण तीन वर्षो से योग दिवस पर किसी भी प्रकार का भव्य आयोजन नहीं हो पा रहे थे। लेकिन इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जगह-जगह होने वाले आयोजन भी होंगे 21 जून को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जायेगा। हर साल 21 जून के दिन बड़े-बड़े आयोजन होते थे, जहां पर योगासन के विभिन्न फायदे और सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बड़ी संख्या में लोगों को संबोधित भी किया जाता था। इसका मतलब 'सेहत के लिए योग - घर से योग" है। लोगों के द्वारा भी इस थीम को फॉलो करना बहुत जरूरी है ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में मदद मिले और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर रखी गई थीम का उद्देश्य भी सार्थक साबित हो।योग में पूरी दुनिया का विश्वगुरु बनने वाले भारत देश में पहला विश्व योग दिवस 21 जून 2015 को नई दिल्ली के राजपथ में मनाया गया था। आंकड़ों की मानें तो इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में करीब 35,985 लोगों ने एक साथ 35 मिनट तक तकरीबन 21 प्रकार के अलग-अलग योगासनों को किया गया था।इस दौरान दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाए गए थे। पहला रिकॉर्ड इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एक साथ एक जगह पर योगासन करने के लिए बना और दूसरा रिकॉर्ड 84 अलग-अलग राष्ट्रीयता वाले लोगों के द्वारा इस आयोजन में शामिल होने के कारण बना था। यह आयोजन मिनिस्ट्री ऑफ आयुष (आयुर्वेद, योग और न्यूरोथेरेपी, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) के द्वारा किया गया था। 21 जून 2015 को पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया के करीब 190 देशों ने मनाया था।फिलहाल भारत आज पूरी दुनिया का विश्व गुरु बन चुका है । योग पर ऐसी कई सारी रिसर्च भी हो चुकी हैं, जिनमें इस बात का दावा किया जा चुका है कि कई प्रकार की गंभीर बीमारियों और उसके जोखिम से बचे रहने के लिए योग सक्रिय रूप से फायदा पहुंचाता है। इसलिए दिनचर्या में आप भी योग को शामिल करें। योग करें स्वस्थ रहें खुशहाल जिंदगी जिएं।

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