-शादियों के लिए बाजार सजा, खरीदी की तैयारी शुरू, कपड़ा, सराफा, इलेक्ट्रानिक, वाहन शोरूम पर सामानों की बुकिंग कर रहे लोग

वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

कार्तिक मास की एकादशी तिथि 11 नवंबर मंगलवार को शाम 6 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगी। 12 नवंबर को शाम 4 बजकर 4 मिनट पर समाप्त होगी। 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। देवउठनी एकादशी का पारण 13 नवंबर को किया जाएगा। एकादशी पारण का समय सुबह 6 बजकर 42 बजे से सुबह 8 बजकर 51 बजे तक का रहेगा।12 नवंबर मंगलवार को देवउठनी एकादशी श्रद्धाभक्ति के माहौल में मनाई जाएगी। धर्मशास्त्री पंडित ओमप्रकाश शुक्ला, पंडित राममोहन चतुर्वेदी ने बताया कि इस बार देव उठनी एकादशी सर्वार्थ सिद्धि योग में आ रही है। इसी दिन उत्तराभाद्र पर नक्षत्र एवं हर्षण योग का शुभ संयोग भी बन रहा है। श्री हरि के योग निद्रा से जागते ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी।जो दिसंबर माह तक रहेंगे।पं. शुक्ला सौजना चतुर्वेदी ने आगे बताया कि बीते 4 माह से सोए देव 12 नवंबर को उठेंगे। इस बार 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी। विशेष बात ये है कि देवउठनी एकादशी इस बार सर्वार्थ सिद्धि और हर्षण योग में मनाई जाएगी।कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु के योग निंद्रा से जागने के साथ ही मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे और विवाह की शहनाई बजने लगेगी। शादियों को लेकर लोगों के द्वारा बाजार में जमकर खरीदी की जा रही है। कपड़ा, सराफा, इलेक्ट्रानिक, वाहन शोरूम पर लोगों ने सामानों की बुकिंग करा ली है।

16 नवंबर से 15 दिसंबर तक होंगी शादियां.....

पं. मुकेश भार्गव ने बताया कि देवउठनी एकादशी से मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं। विवाह आदि कार्य वृश्चिक राशि के सूर्य से प्रारंभ होते हैं। वृश्चिक राशि का सूर्य इस वर्ष 16 नवंबर को सायं काल से प्रारंभ हो जाएगा। 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक शादियां होंगी।

न्यूज़ सोर्स : IND28 हर खबर पर पैनी नज़र