संपूर्ण संतुलित दिनचर्या ही योग है: डॉ खत्री

-अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सांची यूनिवर्सिटी में आयोजन
-योग, आसन और योग आहार का दिया ज्ञान
-भारत सरकार के बनाए प्रोटोकॉल पर योगासन
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
साँची यूनिवर्सिटी ने एक साथ, एक स्वर, एक ध्यान, एक आसन कर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया। विश्वविद्यालय के योग भवन, प्रशासनिक भवन और अकादमिक भवन के ऑडिटोरियमों में भारत सरकार के बनाए प्रोटोकॉल पर योग एवं आसन किए गए।योग एवं आयुर्वेद विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर उपेंद्र बाबू खत्री के साथ योग विभाग के छात्रों ने सभी को शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तर पर आसन कराए। शिक्षकों, अधिकारियों-कर्मचारियों, छात्रों, आसपास के स्कूल के छात्रों और ग्रामीणजनों ने उत्साह के साथ आसन प्रक्रियाओं को किया और नए-नए आसनों को सीखा।डॉ. खत्री ने कहा कि योग संपूर्ण संतुलित दिनचर्या का नाम है। इसमें शारीरिक आसनों के साथ-साथ यौगिक खान-पान अहम होता है। अगर यौगिक आहार लिया जाए तो योग-ध्यान का असर अत्यधिक होता है।योग दिवस के अवसर पर ग्रीवा संचालन, स्कंद संचालन, ताड़ासन, कटिचक्रासन, अर्धचक्रासन, पादस्थासन, हस्तुनासन, त्रिकोणासन, नाणिसुधन, भ्रामरी, शीतलासन, शवासन, योग निद्रा और ध्यान कराए गए। मानव कल्याण के लिए मंत्र उच्चारण कराया गया।कार्यक्रम के अंत में सभी को संकल्प/शपथ दिलायी गई जिसमें सबने संकल्प लिया कि वो योग और योगआहार अनुसार जीने का प्रयास करेंगे। विश्वविद्यालय की ओर से सभी को यौगिक आहार परोसा गया जिसमें बादाम, फल, नारियल-चुकंदर, गाजर का भेल, अंकुरित अन्न, खजूर इत्यादि सम्मिलित थे।योग क्रियाएं कराने वाले साधकों को प्रोत्साहन पुरस्कार भी प्रदान किए गए। योग विभाग द्वारा समभाव उतपन्न करने के उद्देश्य से पुरस्कारों को विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों और सफाइकर्मियों के द्वारा भेंट करवाए गए।विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. वैद्यनाथ लाभ और कुलसचिव प्रो. नवीन मेहता ने सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बधाई दी