विमानन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बोइंग ने अपने कर्मचारियों की संख्या में दस फीसदी कटौती करने की योजना बनाई है, इस कटौती में लगभग 17,000 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। बोइंग ने शुक्रवार को नौकरियों में कटौती की घोषणा की। कंपनी ने कहा कि सिएटल क्षेत्र में हड़ताल के मद्देनजर तीसरी तिमाही में बड़ा नुकसान हुआ है जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।

बोइंग मालवाहक विमानों का उत्पादन भी बंद कर देगी

सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने शुक्रवार को कर्मचारियों को एक विज्ञप्ति जारी की, जिसमें उन्होंने कहा कि मौजूदा ऑर्डर पूरा करने के बाद, बोइंग 2027 में वाणिज्यिक 767 मालवाहक विमानों का उत्पादन भी बंद कर देगी। उन्होंने कहा कि कंपनी को बढ़ते घाटे और मशीनिस्टों की हड़ताल का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण विमान कारखानों में परिचालन पांच सप्ताह के लिए रुका हुआ है।

मुख्य कार्यकारी केली ऑर्टबर्ग ने कहा कि विमानन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बोइंग इन दिनों काफी वित्तीय संकट से गुजर रही है, जिसे सही करने के लिए कार्यबल के स्तर को फिर से ठीक करना होगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर 17,000 पदों की कटौती में अधिकारी, प्रबंधक और कर्मचारी शामिल होंगे।

कंपनी ने कहा कि 33,000 कर्मचारियों की लगभग एक महीने लंबी हड़ताल से विमान उत्पादन में देरी हुई जिससे कंपनी की समस्याएं बढ़ गई हैं। इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ मशीनिस्ट्स एंड एयरोस्पेस वर्कर्स के बोइंग स्टाफ ने एक अनुबंध प्रस्ताव को भारी बहुमत से अस्वीकार करने के बाद 13 सितंबर को नौकरी छोड़ दी।

चुनौतियों का सामना कर रही कंपनी- सीईओ

ऑर्टबर्ग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि हमारा व्यवसाय निकट अवधि की चुनौतियों का सामना कर रहा है, हम अपने भविष्य के लिए महत्वपूर्ण रणनीतिक निर्णय ले रहे हैं और अपनी कंपनी को बहाल करने के लिए हमें जो काम करना चाहिए वह कर रहे हैं। ये निर्णायक कार्रवाइयां, हमारे व्यवसाय में प्रमुख संरचनात्मक परिवर्तनों के साथ, लंबी अवधि में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए आवश्यक हैं।

बोइंग के शेयरों में 1.7 प्रतिशत की गिरावट

हड़ताल के परिणामस्वरूप, बोइंग ने कहा कि वह 777X की पहली डिलीवरी को 2025 से बढ़ाकर 2026 कर रहा है। मौजूदा ऑर्डर पर उत्पादन पूरा होने के बाद कंपनी 2027 में 767 मालवाहक का उत्पादन बंद करने की योजना बना रही है। वहीं, कंपनी की कटौती की घोषणा के बाद बोइंग के शेयरों में 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई है।