सतीश मैथिल, अभिषेक लोधी सांचेत रायसेन। IND28.COM

हिन्दू नववर्ष का पहला एकादशी व्रत शनिवार को है। पंडित अरुण शास्त्री ने बताया तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व चैत्र मास का अंतिम और नववर्ष विक्रम संवत 2080 का पहला एकादशी व्रत कामदा एकादशी व्रत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की उपासना करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है।हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। प्रत्येक वर्ष कुल 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं। बता दें कि हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2080 का प्रथम एकादशी व्रत अर्थात कामदा एकादशी व्रत 1 अप्रैल 2023, शनिवार के दिन रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की आराधना करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। शास्त्रों में बताया गया है कि कामदा एकादशी के दिन श्री हरि की उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। साथ ही जीवन में सफलता प्राप्त होती है। पंडित और शास्त्री बताते हैं कामदा एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उपाय।

कामदा एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त-----

हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का शुभारंभ 01 अप्रैल 2023 मध्य रात्रि 12 बजकर 28 मिनट पर होगा, जिसका समापन 2 अप्रैल को रात्रि 02 बजकर 49 मिनट पर होगा। इस विशेष दिन पर रवि योग सुबह 06 बजकर 17 मिनट से 02 अप्रैल को सुबह 03 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रवि योग में पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है।

कामदा एकादशी व्रत का महत्व----- 

शास्त्रों में बताया गया है कि कामदा एकादशी व्रत के दिन श्री हरि की उपासना करने से और उपवास का पालन करने से साधक के सभी प्रकार के पाप दूर हो जाते हैं। साथ ही ब्रह्म हत्या का भय भी एकादशी व्रत रखने से मिट जाता है। एकादशी व्रत का पारण सूर्योदय के बाद ही किया जाता है। इसके साथ एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु के विशेष मंत्रों का जाप और उनकी आरती का पाठ करने से साधक को शारीरिक, आर्थिक व मानसिक समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।

 

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