गुप्त नवरात्रि का रविवार से शुभारंभ: पं. अरुण शास्त्री
सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। IND28.COM
-साल 2023 में पहली गुप्त नवरात्रि इस दिन से होगी शुरू पं अरुण शास्त्री ने बताया तारीख और महत्व
माघ गुप्त नवरात्रि--
नवरात्रि यानी नौ पवित्र रातें जिसमें नवदुर्गा अर्थात मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का समय होता है। साल 2023 में पहली नवरात्रि माघ महीने में आती है माघ माह की आने वाली नवरात्रि गुप्त नवरात्रि मानी जाती है। गुप्त नवरात्रि की देवियां 10 महाविद्याएं हैं, जिनकी आराधना से सिद्धियां प्राप्त की जाती हैं।
तंत्र साधना के लिए गुप्त नवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। नौ दिन तक अघोरी और तांत्रिक दुलर्भ सिद्धियां प्राप्त करने के लिए गोपनीय तरीके से इन दस शक्तियों की आराधना करते हैं। पं. अरुण शास्त्री वताते हैं नए साल 2023 में माघ गुप्त नवरात्रि की डेट, मुहूर्त और महत्व।
माघ गुप्त नवरात्रि--
माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 22 जनवरी 2023 से होगी। इसका समापन 30 जनवरी 2023 की होगा। ये नवरात्रि माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तक चलती है। इसी दिन व्रत का पारण किया जाएगा। मां दुर्गा को उपासक 9 दिन तक गुप्त तरीके से शक्ति साधना करते हैं।
माघ गुप्त नवरात्रि मुहूर्त--
पंचांग के मुताबिक माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 जनवरी 2023 को सुबह 02 बजकर 22 मिनट पर आरंभ हो रही है और 22 जनवरी को ही रात 10 बजकर 27 मिनट पर इसकी समाप्ति है।
घटस्थापना मुहूर्त - सुबह 10:04 - सुबह 10:51 (22 जनवरी
घटस्थापना अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:17 - दोपहर 1 बजे तक 22 जनवरी
मीन लग्न शुरू - 22 जनवरी सुबह 10:04
मीन लग्न समाप्त - 22 जनवरी सुबह 11:31
गुप्त नवरात्रि महत्व--
गुप्त नवरात्रि को खासतौर पर विशेष मनोकामना पूर्ति और सिद्धियां पाने के लिए मनाई जाती हैं। गृहस्थ जीवन वालों को इस नवरात्रि में देवी की सात्विक पूजा ही करनी चाहिए. तामसिक पूजा केवल तांत्रिक और अघोरी करते हैं। मान्यता है कि गुप्त नवरात्रों के साधनाकाल में मां शक्ति का जप, तप, अनुष्ठान, ध्यान आदि गुप्त तरीके से करने पर जीवन में आ रही सभी बाधाएं खत्म होने लगती हैं।