सांचेत में गुरु पूर्णिमा पर्व पर किया गुरुजनों का सम्मान
सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
संकुल केंद्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सांचेत अंतर्गत दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा पर्व समस्त विद्यालयों में हर्षोल्लास से मनाया गया। रविवार को शासकीय माध्यमिक शाला एवं बालिका छात्रावास सांचेत में गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजेंद्र शर्मा फौजी, सेवा निवृत शिक्षक अवध नारायण शर्मा झब्बू लाल नामदेव एवं जन शिक्षक रघुवीरसिंह भदौरिया द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रचलित कर किया गया,छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं गुरु वंदना प्रस्तुत की गई। मुख्य अतिथि राजेंद्र शर्मा द्वारा सेवानिवृत्ति शिक्षक अवध नारायण शर्मा जे एल नामदेव,जन शिक्षक रघुवीर सिंह भदौरिया, शिक्षक बृजमोहन सेन एवं बार्डन आभा शर्मा का शाल- श्रीफल हरमाला से सम्मान किया। वहीं उपस्थित विद्यार्थियों ने पुष्पगुच्छ एवं पेन देकर सभी शिक्षक एवं मुख्य अतिथि का सम्मान किया
इस अवसर पर उपस्थित सेवानिवृत शिक्षक जे एल नामदेव ने कहा कि गुरु कुम्हार कुंभ शिष्य है, गढ़ि गढ़ि काढ़ै खोट। अंतर हाथ सहार दे, बाहर बाहै चोट अर्थात गुरु कुम्हार के समान और शिष्य घड़ा के समान है। गुरु ही हैं जो भीतर से हाथ का सहारा देकर, बाहर से चोट मार-मारकर और गढ़-गढ़ कर शिष्य की बुराई को निकालते हैं जन शिक्षक रघुवीर सिंह भदौरिया ने सेवानिवृत्ति दोनों गुरुजनों को हार-माला पहनाकर प्रणाम करते हुए कहा कि आज में जो कुछ भी हूं इन्हीं गुरुओं के आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन से यहां पर हूं, आपने मुझे विद्यार्थी जीवन में जो सीख दी थी, उसी को मैं समस्त विद्यार्थियों को परोस रहा हूं, गुरु के बिन जीवन शून्य है बिना गुरु के कोई भी व्यक्ति सफलता के आयाम नहीं गढ़ सकता है, इसलिए हम सभी को गुरुजनों का सदैव सम्मान करना चाहिए l
शाला प्रभारी बृजमोहन सेन ने गुरु शिष्य की परंपरा पर अपने विचार व्यक्त कर,सभी का आभार व्यक्त किया।
जन शिक्षक रघुवीर सिंह भदौरिया की प्रेरणा से कार्यक्रम के समापन के बाद एक पेड़ मां के नाम के अंतर्गत उपस्थित शिक्षक साथियों ने शाला परिसर में पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण पालकगण,विद्यालय स्टाफ, छात्रावास स्टाफ सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे।