अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

रायसेन जिले के शासकीय स्कूलों और आंगनबाड़ियों में जल जीवन मिशन के तहत बच्चों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई करोड़ रुपये की लागत से हैंड वॉश यूनिट्स लगाए गए थे। लेकिन इन हैंड वॉश यूनिट्स की स्थिति इतनी खराब है कि बच्चों को अब भी बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। सरकार ने इस योजना के तहत 2021-22 में पीएचई विभाग के माध्यम से ठेकेदारों को टेंडर दिए थे, जिसमें एक हैंड वॉश यूनिट की लागत करीब डेढ़ लाख रुपये आई थी।

योजना के तहत इन हैंड वॉश यूनिट्स का उद्देश्य था कि बच्चों को शुद्ध पानी के साथ-साथ हाथ धोने की सुविधा भी मिल सके। लेकिन ठेकेदारों द्वारा किए गए घटिया निर्माण और विभाग की अनदेखी के चलते कई यूनिट्स टूट चुकी हैं या अधूरी रह गई हैं। कई स्थानों पर नल ही नहीं लगे हैं, जबकि कहीं-कहीं यूनिट्स जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हैं।इस हालात में बच्चों को मजबूरी में घर से ही पानी की बोतल लेकर आनी पड़ रही है। जबकि जिनके पास यह सुविधा नहीं है, वे स्कूल परिसर या आसपास के हैंडपंपों से पानी भरकर पीने के लिए मजबूर हैं। जल जीवन मिशन का के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्कूल और आंगनबाड़ियों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना था, परंतु इस तरह के घटिया निर्माण और विभागीय लापरवाही के कारण बच्चों के लिए यह सुविधा केवल एक अधूरी उम्मीद बनकर रह गई है।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28