सत्येंद्र जोशी रायसेन। IND28.COM

रायसेन निवासी  युवक की साल भर पहले भोपाल शादी हुई थी। साल भर में ही उनके रिश्ते बिगड़ गए। पत्नी ससुराल छोड़ मायके रहने लगी। मामला परिवार परामर्श केंद्र में आया तो समझाइस के बाद दोनों एक दूसरे के साथ रहने को तैयार हो गए हैं।मामला उस समय बिगड़ गया, जब पत्नी अपने ससुराल के विरोध के बावजूद मायके जाने पर अड़ गई। हालांकि दोनों पक्षों की काउंसलिंग में सामने आया कि उनके बीच कोई बड़ा मुद्दा नहीं था। लड़की के माता-पिता के बहुत अधिक हस्तक्षेप से पति-पत्नी के रिश्ते में दरार पड़ गई। पत्नी का झुकाव मायके की तरफ ज्यादा बना रहा। वहीं पति भी उसे अपने परिवार के अनुरूप ढालने में असफल रहा। दोनों एक-दूसरे की ठीक से समझ नहीं पाए और उनके बीच दूसर पक्षों के हस्तक्षेप से दरार पड़ गई। दोनों को समझाया गया तो वे अपनी-अपनी गलतियां सुधारते हुए, साथ रहने को तैयार हो गए। आगे से एक-दूसरे को समझने व ख्याल रखने का वचन दिया। दोनों की सहमति से उनके प्रकरण में राजीनामा कराया गया। इसके अलावा पति-पत्नी के एक अन्य मामले में भी दोनों ने सूझबूझ का परिचय देते हुये विवाद खत्म कर रख साथ रहने का निर्णय लिया।

परामर्श केंद्र में आए 7 प्रकरण

मंगलवार को परिवार परामर्श केंद्र की बैठक में 7 प्रकरण रखे गए थे, जिसमे से दो में राजीनामा व एक मे पक्षकार को न्यायालय जाने की सलाह देते हुए प्रकरण पंजीबद्ध किए गए। शेष 4 प्रकरणों में आगामी तारीख दी गई है। बैठक में एसडीओपी अनीता प्रभा शर्मा, अध्यक्ष कैलाश श्रीवास्तव, सलाहकार अशोक गुप्ता, चेतन राय, अनीता राजपूत, एएसआई अनिल वर्मा, प्रधान आरक्षक लक्ष्मण प्रसाद, आरक्षक लोकेंद्र मौर्य उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि एसपी विकास शहवाल के निर्देशन व एएसपी अमृतलाल मीणा के मार्गदर्शन  में हर मंगलवार को एसडीओपी कार्यालय में परिवार परामर्श केंद्र की बैठक आयोजित की जाती है। जिसके माध्यम से पारिवारिक विवादों को आपसी सहमति से सुलझाने का प्रयास किया जाता है।


न्यूज़ सोर्स : IND28.COM