समीक्षा बैठक में कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को मिला अंतिम रूप, जानें सरकार की नई सुविधाएं
नई दिल्ली: दिल्ली में कावंड़ यात्रा की तैयारियों के अंतिम चरण में अब कावंड़ समितियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस साल डीएम कार्यालय में पंजीकृत समितियों को ही दिल्ली सरकार आर्थिक सहायता दिल्ली सरकार सीधे प्रदान करेगी. दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद ने 11 जुलाई से शुरू होने जा रहे कावंड़ यात्रा के कम समय रहते सारी तैयारियां युद्ध स्तर पर पूरी करने के निर्देश दिए हैं. इस बाबत बुलाई गईं समीक्षा बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए कि वे संबंधित जिलाधिकारियों के संपर्क में रहते हुए तैयारियों को शुरू करें. सभी 11 जिलों के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (एडीएम) को इसका नोडल अधिकारी बना दिया गया है. ताकि कावंड़ समितियों को संबंधित विभागों से सारे कागज पूरे होने पर अनापति प्रमाण पत्र एक ही स्थान पर दी जा सके.
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सिस्टम के तहत समितियों को आर्थिक सहायता
दिल्ली सरकार के गृह मंत्री आशीष सूद ने सचिवालय में कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक में कावड़ यात्रा के प्रभारी मंत्री कपिल मिश्रा, विधायक अनिल शर्मा, संजय गोयल, प्रद्युम्न राजपूत, तिलक राज गुप्ता के अलावा दिल्ली पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, दिल्ली जल बोर्ड, एमसीडी, स्वास्थ्य विभाग, उर्जा विभाग, दिल्ली फायर सर्विस, शहरी विकास विभाग, आपदा प्रबंधन प्राधिकारण और बिजली वितरण कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. इस बैठक के बाद आशीष सूद ने बताया कि सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे संबंधित जिलाधिकारियों के संपर्क में रहते हुए मंगलवार से ही अपनी तैयारियां तेज कर दें. डिविजन कमिश्नर को निर्देश दिया गया है कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सिस्टम के तहत समितियों को आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया भी शुरू करें.
कांवड़ कैंपों के लिए सरकार की तरफ से बिजली की 1200 यूनिट तक मुफ्त देने का भी निर्णय लिया गया है. बिजली मीटर लगाने के लिए अब केवल 25 फीसदी सिक्योरिटी डिपॉजिट की आवश्यकता होगी. बिजली विभाग के अधिकारियों को कांवड़ यात्रा के दिनों में बारिश के समय शिविर तथा उसके आस पास की जगह पर बिजली का करंट फैलने तथा बिजली जाने की शिकायतों पर भी ध्यान और उनके समुचित समाधान के लिए शीघ्र कदम उठाने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं.
11 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा
मंत्री आशीष सूद ने बताया की यह बैठक 19 जून को की गई बैठक में सभी विभागों को दिए गए निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा के लिए रखी गयी थी. दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह निर्णय लिया है कि दिल्ली सरकार 11 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा में सभी श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखेगी. उन्होंने कहा की आज की बैठक में मंडलीय आयुक्त को निर्देश दिए गए की कावंड़ यात्रा के शुरू होने में अब कम समय रह गया है इसलिए सारी तैयारियां युद्ध स्तर पर पूरी होनी चाहिए. सभी 11 जिलों के एडीएम को इसका नोडल अधिकारी बना दिया गया है ताकि कावंड़ समितियों को संबंधित विभागों से सारे कागज पूरे होने पर अनापति प्रमाण पत्र एक ही स्थान पर दी जा सके.
दिल्ली सरकार मुख्यमंत्री धार्मिक उत्सव समिति की देखरेख में कांवड़ यात्रा और शिविरों में सुविधाओं की व्यवस्था कर रही है. अब तक लागू टेंडर सिस्टम को समाप्त करके फंड्स अब सीधे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए कांवड़ समितियों के खातों में हस्तांतरित किए जाएंगे. आशीष सूद ने कहा कि कावंड़ यात्रियों की सुविधा के साथ ही साथ दिल्ली की जनता को किसी प्रकार की बाधा न आए और दिल्ली भी सुचारू रूप से चले. उन्होंने आगे बताया कि कावड़ यात्रा के दौरान सभी विभागों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी कावड़ यात्री, कावंड़ शिविर या समिति कानून का उल्लंघन न करें जिससे धार्मिक यात्रा में कोई व्यवधान पैदा हो.
कावंड़ यात्रा के समय दिल्ली में प्रवेश करने वालों को मिलेगी यह सुविधाएं
कांवड़ यात्रा के समय दिल्ली में प्रवेश करने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और सेवा दिल्ली सरकार की प्राथमिकता है. मंत्री कपिल मिश्रा के अनुसार सभी संबंधित विभाग यह सुनिश्चित करेंगे कि कावड़ यात्रियों को उनके तयशुदा मार्ग में किसी प्रकार की असुविधा न हो. सभी सम्बंधित विभागों को श्रद्धालुओं को 24 घन्टे साफ सफाई, पेयजल, बिजली आपूर्ति, ट्रैफिक व्यवस्था, और स्वास्थ्य सुविधाएं जैसी सभी आवश्यक सेवाएं समयबद्ध, समुचित एवं समन्वित रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. एमसीडी के अधिकारियों को कांवड़ यात्रा के मार्ग में किसी प्रकार का अतिक्रमण या मलवा आदि न हो इसको सुनिश्चित करने को भी कहा है.
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए की रिहायशी इलाकों के आस पास लगने वाले शिविरों में लाउडस्पीकर की समय सीमा का भी ध्यान रखे ताकि लोगों को रात में कोई परेशानी न हो सके. दिल्ली पुलिस को यह भी कहा की वह दिल्ली की सीमाओं के साथ लगने वाले राज्यों की पुलिस के साथ बातचीत कर कावंड़ियों की सुरक्षा का ध्यान रखें. दिल्ली फायर सर्विस के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वह कांवड़ शिविरों के आसपास फायर की छोटी गाड़ियों की तैनाती के लिए भी कार्य योजना बनाएं ताकि छोटी गाड़ियां आग लगने की स्थिति में तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर किसी भी दुर्घटना को रोक सकें.
कावंड़ यात्रा के नियम
- कांवड़ यात्रा के समय मन, कर्म और वचन शुद्ध होना चाहिए.
- इस दौरान शराब, पान, गुटखा, तंबाकू, सिगरेट के सेवन से दूर रहना रहना होता हैं.
- एक बार कांवड़ उठाने के बाद उसे रास्ते में कहीं भी जमीन पर नहीं रखा जाता है, ऐसा करने पर कांवड़ यात्रा अधूरी मानी जाती है.
- अगर गलती से किसी ने भी कांवड़ को नीचे रख दिया तो कांवड़िए को फिर से कांवड़ में पवित्र जल भरना होता है.
- शौच आदि के बाद स्नान करके ही कांवड़ को उठाना चाहिए.