दिल्ली नगर निगम के स्थायी समिति के लिए सदन से चुने जाने वाले एक रिक्त सदस्य पद का चुनाव दिल्ली नगर निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में संपन्न हो गया. इस चुनाव में भाजपा और आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार के बीच हुई सीधी लड़ाई में भाजपा उम्मीदवार सत्या शर्मा को जीत मिली हैं. आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार हेमा को हार का सामना करना पड़ा हैं. इस चुनाव से कांग्रेस ने दूरी बना ली. कांग्रेस ने ना तो कोई उम्मीदवार खड़ा किया और ना ही चुनाव में वोटिंग की. कांग्रेस पार्षदों नें मतदान भी नहीं किया. इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी ने भाजपा उम्मीदवार को समर्थन दिया.

सत्या शर्मा को 130 मत मिले: 

सत्या शर्मा की जीत पर मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि भाजपा के उम्मीदवार की जीत तय थी और वही हुआ. चुनाव में सत्या शर्मा की जीत हुई है. उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली नगर निगम के स्थायी समिति के चेयरमैन पद का भी चुनाव होगा. सत्या शर्मा ने जीत पर पार्टी के शिष्य नेतृत्व का धन्यवाद किया है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही अस्थाई समिति का गठन होगा, जितने भी रुके हुए काम है, उसे किया जाएगा.

क्रॉस वोटिंग नहीं हुई: 

वही नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी के सभी 95 पार्षदों नें पार्टी के लिए मतदान किया है. किसी ने भी क्रॉस वोटिंग नहीं की. उन्होंने दावा किया है कि चुनाव में एक पार्षद ने क्रॉस वोटिंग की है. जबकि एक वोट रद्द हुआ हैं. भाजपा के समर्थन में 132 पार्षद थे लेकिन उन्हें 130 वोट पड़े.

दिल्ली नगर निगम का कामकाज ठप पड़ा: 

आप को बता दें कि जल्द ही स्थायी समिति के चेयरमैन पद का भी चुनाव होगा, जिसमें भारतीय जनता पार्टी की सत्या शर्मा को ही उमीदवार बनाने जा रही है. स्थायी समिति में भाजपा के पास बहुमत है. ऐसे में सत्या शर्मा का स्थाई समिति का चेयरमैन बनना तय हैं. राजनीतिक वजह से तकरीबन ढाई साल से दिल्ली नगर निगम की सबसे महत्वपूर्ण स्थायी समिति का चुनाव नहीं हुआ हैं, जिसकी वजह से दिल्ली नगर निगम का कामकाज ठप पड़ा हैं. नए प्रोजेक्ट नहीं शुरू हो पा रहें हैं.

गौरतलब हैं कि कमलजीत सेहरावत के सांसद निर्वाचित होने के बाद उन्होंने पार्षद पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद स्थायी समिति के सदस्य के तौर पर भी उनके सदस्यता चली गई थी, जिससे स्थायी समिति के एक सदस्य का पद खाली हो गया था.